2019-20 वित्तीय वर्ष समाप्त होने में सिर्फ सप्ताह से थोड़ा ही समय बचा है, लेकिन जनपद पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास के लक्ष्य के आधे में भी काम पूरा नहीं हो सका है। पीएम आवास के लक्ष्य को पूरा नहीं करने का सबसे बड़ा कारण फंड की कमी और ग्रामीणों के रुचि नहीं लेने की बात सामने आ रही है। लेकिन, इसके बावजूद अधिकारियों की यह जिम्मेदारी थी कि वह लक्ष्य को पूरा कराने में कर्मचारियों को लगा देते। अधिकतर मामलों में देखने को मिला है कि पीएम आवास क्षेत्र के कर्मचारी रुचि नहीं ले रहे हैं, इसी का परिणाम है कि इस वित्तीय वर्ष में पीएम आवास योजना का लक्ष्य पूरा होना असंभव लग रहा है।
दोनों जनपदों में 18त्न पूरा हुआ काम
प्रधानमंत्री आवास योजना के लक्ष्य की बात की जाए तो जनपद पंचायत सिहोरा और जनपद पंचायत मझौली में 10 मार्च की स्थिति में 18त्न ही पीएम आवास तैयार हो पाए हैं। 82त्न पीएम आवास 15 दिन में कैसे तैयार होकर लक्ष्य की पूर्ति होगी यह कहना दूर की कौड़ी होगी।
यह रही निकायों में स्थिति
निकाय-लक्ष्य-पूर्ण-अधूरे
जनपद पंचायत सिहोरा-1348-187-1161
जनपद पंचायत-18 82-424-1458
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लक्ष्य की पूर्ति में लापरवाही तो हुई है। जिसके चलते हम टारगेट में बहुत पीछे हैं। प्रयास रहेगा कि अधिकतम अधूरे पड़े पीएम आवास को समय पर पूरा किया जाए।
यजुवेंद्र कोरी, सीईओ, जनपद पंचायत, सिहोरा