हर तरफ गंदगी
सूत्रों के अनुसार करमचंद चौक स्थित इंडियन कॉफी हाउस (आइसीएच) में फूड इस्पेक्टर जैसे ही किचन में दाखिल हुए तो वहां का दृश्य देखकर हैरान रह गए। उन्होंने देखा चूल्हे पर गंदी कड़ाही चढ़ी हुई थी। डोसा और सब्जी में उपयोग किए जाने वाले काजू के टुकड़ों पर फफूंद लगी हुई थी।
टीम को देखते ही सफाई शुरू
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने किचन में गंदगी को लेकर सवाल किया तो कर्मचारी सफाई में जुट गए। फर्श पर पोंछा लगाने की कोशिश की गई। अधिकारियों की फटकार सुनकर कर्मचारियों ने गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्रियों को छिपाने का प्रयास किया। लेकिन अधिकारियों की नजर से गड़बड़ी छिप नहीं सकी। टीम ने फफूंद लगे काजू के नमूने जब्त किए गए है। इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है।
मैन्युफैक्चरिंग की तिथि नहीं
कॉफी हाउस के काउंटर से करीब एक साल से दक्षिण भारत की कॉफी के पाउच बेचे जा रहे थे। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी अमरीश दुबे के अनुसार पैकेट्स पर मैन्युफैक्चरिंग की तारीख नहीं लिखी थी। इसे बेचने के संबंध में अनुमति के बारे में पूछने पर संचालक लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर सके।
बड़ी होटल में भी हुई कार्रवाई
जिस समय टीम निरीक्षण के लिए काफी हाउस पहुंची, उस समय कॉफी हाउस का संचालन करने वाली सोसायटी के सचिव प्रकाश और मैनेजर अनिल सिंह भी मौजूद थे। गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार मानते हुए विभाग ने सचिव और मैनेजर के विरुद्ध तीन माह की कैद का प्रकरण दर्ज किया है। उल्लेखीय है कि मंगलवार को रसल चौक स्थित शिखर पैलेस होटल की भी अचानक जांच की गई थी। यहां बिना लायसेंस के रेस्टॉरेन्ट चलता हुआ मिला था और किचिन में गंदगी और फ्रिज के अंदर बासी खाद्य सामग्री जब्त की गई थी। पनीर व नूडल्स के नमूने भी जब्त करके जांच के लिए भेजे गए हैं।