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झमाझम बारिश से छलक पड़ा बरगी डेम, 7 गेट खुले, देखिए विहंगम नजारे का live वीडियो

locationजबलपुरPublished: Jul 24, 2018 05:12:50 pm

Submitted by:

Premshankar Tiwari

बरगी डेम के 7 गेट खुले, देखे लाइव वीडियो

bargi dam 7 gate open

बरगी डेम के 7 गेट खुले, देखे लाइव वीडियो

जबलपुर। अंचल में हुई झमाझम बारिश से शहर और गांव तर-बतर हैं। नर्मदा का जल स्तर बढ़ रहा है। वहीं नर्मदा के आंचल में बना बरगी डेम छलक पड़ा है। जुलाई के लिए निर्धारित क्षमता से अधिक पानी एकत्रित हो जाने के कारण मंगलवार को बरगी डैम के 7 गेट खोल दिए गए हैं। गेटों से छलछलाता और उछतला हुआ पानी आगे की तरफ बढ़ रहा है। इसका लुत्फ उठाने के लिए शहर से कई लोग सपरिवार बरगी डैम पहुंचे। विहंगम और अद्भुत नजारे को आंखों में और मोबाइल के कैमरे में कैद किया। माहौल में यहां पिकनिक और उत्सव जैसा माहौल रहा। पत्रिका फेसबुक के माध्यम से आइए आपको भी इस विहंगम नजारे का दीदार कराते हैं। ज्ञात हो कि 7 गेटों के माध्यम से डैम से प्रति सेकेंड 6 हजार 996 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसको लेकर निचले इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

419 मीटर पहुंचा जल स्तर
बरगी बांध फ्लड कंट्रोल रूम के प्रभारी आर.आर. रोहित के अनुसार बरगी जलाशय में शाम 8 बजे की स्थिति में लगभग एक हजार क्यूमेक वर्षा जल प्रवेश कर रहा था तथा बांध के जलद्वारों से और जल विद्युत उत्पादन इकाईयों से 710 क्यूमेक (23 हजार 654 क्यूसेक) पानी छोड़ा जा रहा था । श्री रोहित ने बताया कि शाम 8 बजे बांध का जलस्तर 419.70 मीटर रिकार्ड किया गया है। जबकि गेट खोले जाने के समय इसका जलस्तर 419.50 मीटर था । बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है ।

आधा-आधा मीटर खुले गेट
बताया गया है कि सात गेटों को आधा-आधा मीटर ऊंचाई तक खोला गया और इनसे करीब 500 क्यूमेक (16 हजार 657.5 क्यूसेक) पानी छोड़ा जा रहा है । रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी जलाशय) की नहर प्रकोष्ठ के अधीक्षण यंत्री डी.एस. ठाकुर ने बताया कि पूर्व में जलाशय के जलग्रहण क्षेत्र में निरंतर हो रही वर्षा और इस वजह से जलाशय के स्तर में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए बांध के सात स्पिल-वे गेटों को औसतन 1.21 मीटर खोलने का निर्णय लिया गया था । लेकिन बांध के ऊपरी क्षेत्र से बारिश रूक जाने के कारण बांध के सात गेटों (गेट क्रमांक 8 से 14) को केवल आधा-आधा मीटर ही खोले जाने का फैसला लिया गया । श्री ठाकुर के मुताबिक बांध के जलद्वारों के अलावा जल विद्युत उत्पादन इकाईयों से 210 क्यूमेक (6 हजार 996 क्यूसेक) पानी छोड़ा जा रहा है । अधीक्षण यंत्री ने बताया जलाशय के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। जलाशय में वर्षा जल की आवक को देखते हुए बांध से पानी छोडऩे की मात्रा को कभी भी कम या बढ़ाया जा सकता है ।

दो साल बाद खोले गए गेट
जानकारों का कहना है कि बरगी डैम के गेट दो साल बाद खोले गए हैं। इसका नजारा देखने शहरवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में लोग डैम पहुंचे। दोपहर से ही लोग पहुंचकर शाम के 4 बजने का इंतजार करने लगे। जैसे ही डैम के गेट खुले पिकनिक मूड में सपरिवार पहुंचे लोग सेल्फी लेने और फोटोग्राफी में जुट गए। डैम से प्रचंड जल राशि छोड़े जाने का कोई फे सबुक पर लाइव कर रहा था तो कोई इंस्टाग्राम पर वीडियो बना रहा था। सेल्फी की जुगत में लोग खतरनाक स्थानों पर भी पहुंच रहे थे। सुरक्षा के मद्देनजर मौके पर पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी, पुलिस के जवान लोगों को खतरे से अलर्ट कर रहे थे।

25 फीट बढ़ा जल स्तर
बरगी डैम से पानी छोड़े जाने के बाद शाम 7.15 बजे के लगभग से नर्मदा तट ग्वारीघाट में जल स्तर बढऩे लगा था। रात 9.30 बजे तक ग्वारीघाट मेंं जल स्तर सामान्य के लगभग 23 फीट तक बढ़ चुका है। जानकारों के अनुसार रात 12 बजे तक मुख्य तट में जल स्तर 25 फीट तक बढऩे का अनुमान है। नर्मदा के अन्य तट तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट व भेड़ाघाट में भी जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। पानी का वेग और मात्रा इतनी अधिक है कि नर्मदा में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। अच्छी बारिश के चलते जबलपुर संभाग की और नर्मदा की सहायक कही जाने वाली महानदी, हिरन नदी, गौर नदी, परियट नदी, शेर नदी, शक्कर नदी, सुहार, बेलकुंड समेत अन्य नदियां और छोटे-बड़े नाले उफान पर हैं।

इन क्षेत्रों में आ सकती है बाढ़
कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के अनुसार बांध के गेट खोलने की सूचना निचले क्षेत्रों से सम्बंधित सभी जिलों को दी जा चुकी है। अलर्ट घोषित करने के साथ्ज्ञ उन्होंने निचले क्षेत्र के रहवासियों से सतर्क रहने की अपील की है और डूब क्षेत्रों में प्रवेश न करने का आग्रह किया है। सूरे ने बताया कि वर्षा की स्थिति और जलाशय में पानी की आवक को देखते हुए बांध से पानी छोडऩे की मात्रा को कभी भी घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है। कार्यपालन यंत्री के अनुसार बरगी बांध से पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है। इनमे जबलपुर, ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रायसेन, देवास, सिहोर, खंडवा और खरगोन जिले के तटवर्ती क्षेत्र शामिल हैं। जानकारों का कहना है कि बरगी डैम के गेट खोले जाने की वजह से ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट और इसके आगे होशंगाबाद और खरगोन तक नर्मदा के तटवर्ती क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। लोगों से सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।

आपदा प्रबंधन दलों को किया अलर्ट
नदी, जलाशयों व अन्य जलस्रोतों में तेजी से बढ़ रहे जल स्तर के मद्देनजर आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट कर दिया गया है। कलेक्ट्रेट के समीप स्थित होमगार्ड मुख्यालय में आपदा प्रबंधन का कं ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जहां 10-10 गोताखोर व तैराकों की 4 टीम 24 घंटे के लिए तैनात की गई हैं। इसके अलावा बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील स्थल बरगी, ग्वारीघाट, सिंगलदीप पनागर, मझौली व सिहोरा में 10-10 तैराकों की टीम तैनात की गई हैं। प्रत्येक टीम को एक-एक मोटर बोट व 15-15 लाइफ जैकेट दिए गए हैं। कहीं भी बाढ़ के हालात बनने की स्थिति में आपदा प्रबंधन कं ट्रोल रूम में सूचना देने के लिए फोन नंबर (0761-2624850) जारी किया गया है। ये नंबर 24 घंटे एक्टिव रहेगा।

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