पांच मामलों में एफआइआर, क्रेडिट कार्ड बनाने के बहाने युवती लेती थी ग्राहकों से दस्तावेज
दूसरों के बैंक खातों का मोबाइल नम्बर बदलकर उड़ाए लाखों रुपए
नाबालिग प्रेमी के साथ मिलकर ऐप के माध्यम से निकालती थी पैसे, दोनों गिरफ्तार
जेवर-मोबाइल जब्त
उन्होंने बताया कि आरोपियों से 10 हजार रुपए, 1.5 लाख रुपए कीमत के जेवर और इतनी ही कीमत के मोबाइल भी जब्त किए गए हैं। एसपी बहुगुणा ने बताया कि पुलिस बरेला, पनागर में दो-दो और सिहोरा में एक खाताधारक के खाते से पैसे निकालने के मामले की जांच कर रही है। बरेला थाना प्रभारी सुशील चौहान और उनकी टीम ने मोबाइल नम्बर के आधार पर गोहलपुर थाने के पीछे रहने वाले हीरालाल गुप्ता की बेटी संजना गुप्ता (19) को पकड़ा। पूछताछ में उसने 17 वर्षीय नाबालिग प्रेमी के साथ वारदात करना स्वीकार किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बैंक से जानकारी
पुलिस पूछताछ में संजना ने बताया कि वह ग्लोबल कॉलेज से आइटीआइ कर रही है। वह द्वितीय वर्ष और उसका नाबालिग प्रेमी प्रथम वर्ष में है। वह एसबीआई में प्रायवेट में क्रेडिट कार्ड बनाती थी। उसका ऑफिस मानस भवन में था। वह बैंक जाकर खाताधरकों की जानकारी लेती। फिर उनसे सम्पर्क कर क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए कहती। इसके लिए वह आधार कार्ड, अकाउंट नंबर व अन्य जानकारी लेती थी।
फर्जी आवेदन से बदलवाती थी नम्बर
खाताधारकों के बैंक जाकर फर्जी आवेदन पर हस्ताक्षर कर अपने पास मौजूद दूसरे मोबाइल नम्बर दर्ज कराती थी। इसके बाद वह अपने मोबाइल में एसबीआइ का योनो ऐप डाउनलोड कर खाताधारक के अकाउंट में जोड़े गए मोबाइल नंबर पंजीकृत कर नाबालिग प्रेमी को सारी जानकारी देती थी। फिर दोनों योनो ऐप के माध्यम से एटीएम के जरिए पैसे निकालते थे।
गिरवी रखे जेवर उठाए
संजना के प्रेमी ने बताया कि रकम से उसने घर के गिरवी रखे जेवर उठाए। नामी कम्पनियों के चार मोबाइल और डेढ़ लाख रुपए के जेवर भी खरीदे। पुलिस ने आरोपियों से चार मोबाइल और खरीदे गए जेवर भी जब्त किए हैं। आरोपियों ने पनागर और पाटन में एक-एक और वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है।