नक्षत्र- मृदुसंज्ञक तिर्यड़मुख नक्षत्र चित्रा रात्रि 7.55 तक उपरंात स्वाति नक्षत्र रहेगा। चित्रा नक्षत्र में नींव का मुहूर्त, सगाई का मुहूर्त, कारीगरी, शिल्प विद्या, अन्नप्रासन, वास्तु, ग्रहारंभ, ग्रहप्रवेश तथा पारिवारिक उत्सव के कार्यक्रम अत्यंत मंगलकारी माने जाते हैं। वहीं स्वाति नक्षत्र में देेवालय, आभूषण तथा वास्तु से जुड़े कार्य अत्यंत मंगलकारी माने जाते हंै।
शुभ मुहूर्त – इष्टिका दहन, कर्जनिपटारा, पत्र लेखन, भ्रमण मनोरंजन, मित्रमिलन, सेवारंभ, बागबगीचा, पौधरोपण जैसे कार्य हेतु आज का दिन शुभ तथा सुखद रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 6.00 से 9.00 लाभ तथा अमृत दोपहर 4.30 से 6.00 लाभ तथा रात्रि 7.30 से 10.30 शुभ तथाा अमृत की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज बुधाष्टमी, कंदर्प नवमीं, भड़ली नवमीं का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। आज के दिन श्री गणेश का पूजन परम कल्याणकारी रहेगा।
चन्द्रमा : प्रात: 8.33 तक कन्या राशि में उपरंात शुक्र प्रधान राशि तुला राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के मिथुन राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हंै, सूर्य का पुनर्वसु नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल उत्तर दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चंद्रमा का वास दक्षिण दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चंद्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 12.00.00 बजे से 1.30.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर पे,पो,पा,री अक्षर सेे आरंभ कर सकते हैं। चित्रा नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि कन्या होगी, राशि स्वामी बुध तथा रजदपाद पाया में जन्म माना जाएगा। कन्या राशि के जातक प्राय: सरल, प्रेमी अनुशासन प्रिय, बुद्धिमान, निपुण, कुशल, गीत संगीत में रुचि रखने वाले, सुगंध तथा वाहन प्रेमी, मिलनसार, समाज सेवा में रुचि रखने वाले तथा परम हितैषी स्वभाव के होते हैं।