चाक चौबंद सुरक्षा के बीच सैकड़ों बहनें जेल पहुंची और अपने-अपने भाईयों को टीका लगाया, पर बीते दो साल से जेल प्रबंधन ने बाहर से आने वाली खाद्य सामग्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। लिहाजा इसको लेकर जरूर बहने परेशान रही। जेल अधीक्षक की माने तो जेल विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देश का यहां पर पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। कैदियों को टीका लगाने आने वाली बहनों के लिए जेल परिसर में तमाम व्यवस्था की गई है और दोपहर 2 बजे तक बहनें जेल में बंद अपने भाईयों को टीका लगा सकती है।
जुग-जुग जियो मेरे भैया, सदा खुश रहो
उपजेल सिहोरा में शुक्रवार को निरूद्ध अपने भाईयों को दोज का टीका लगाने बहनें पहुची। भाई के माथे पर दोज का टीका लगाकर उसकी आरती उतारकर उसकी लंबी उमर की कामना की। भाई से मिलने पर बहनों की आंखें छलछल गईं। घर के सुख-दुख की बातों के साथ माता-पिता का हालचाल निरूद्ध भाईयों ने पूछा।
सुबह से ही जेल में निरूद्ध भाई बहनों का टीका लगाने का इन्तजाम कर रहे थे। भाईदूज को लेकर जेल प्रशासन ने ख़ास इंतजाम कर रखे थे। जेल गेट पर लाल गेट पर टीका लगाने वाली बहनों के बैठने और मुलाकात की व्यवस्था की गई थी। जेलर प्रशांत चौहान ने बताया कि जेल में 110 कैदी निरूद्ध हैं। दोज का टीका लगाने वाले क़ैदियों को उनकी बहनों और परिवार वालों के आने की जानकारी पहले ही दे दी गई थी। दोज के चलते टीका लगाने और मुलाकात का समय सुबह 10 बजे से तीन बजे तक निर्धारित किया गया है। दोपहर एक बजे तक 40 से अधिक बहनों की मुलाकात करा दी गई थी। टीका लगाने बहनों का क्रम चल रहा है।
कड़ी सुरक्षा के बाद प्रवेश- उप जेल सिहोरा में भाईदूज पर निरूद्ध भाईयों को टीका लगाने बहनों और परिजनों को कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया। वोटर आईडी, सम्बंधित लोगों से निरूद्ध कैदी से रिश्ते की पहचान के बाद अंदर जाने दिया गया।