कम करने की कोशिश
पेट्रोल-डीजल की कीमत में जैसे आग लग गई है। पैट्रोल-डीजल की दरें तेजी से बढ़ रहीं हैं उतनी ही तेजी से आम उपभोक्ताओं की जेबें ढीली हो रहीं हैं। पैट्रोल पंप पर जाने से दिल की धडकऩें तेज होने लगी हैं। ऐसे माहौल का राजनीतिक फायदा भी बखूबी उठाया जा रहा है। हालांकि भारत बंद से एक दिन पहले कुछ राज्यों में कीमतों में कमी की कोशिश की गई है। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट 4 फीसदी कम करते हुए करीब 2.50 रुपए की राहत दी। पेट्रोल पर वैट को 30 से 26 फीसदी व डीजल पर 22 से 18 फीसदी किया गया है। राजस्थान सरकार के इस निर्णय से मध्यप्रदेश सरकार पर भी वैट में कटौती किए जाने का दबाव बढ़ गया है।
जबलपुर में मिला जुला असर
पैट्रोल-डीजल की दरों में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने आज भारत बंद का आव्हान किया है। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार चारों तरफ से घिर चुकी है। मध्यप्रदेश सरकार पर भी वेट घटाने का दबाव है फिर भी पैट्रोल की कीमतें कम नहीं हो रहीं है बल्कि बढ़ती ही जा रहीं हैं। जबलपुर में तो पेट्रोल-डीजल की कीमत में जैसे आग लग गई है। यहां सोमवार को पेट्रोल 86.38 रुपए और डीजल 76.65 रुपए प्रति लीटर बिकेगा। यह कीमत अब तक की उच्चतम स्तर की होगी। आम उपभोक्ताओं ने इस वृद्धि पर गहरी नाराजगी प्रकट की है हालांकि उनके पास अन्य कोई विकल्प भी नहीं है। इस मुद्दे पर भारत बंद का शहर में मिला जुला असर दिख रहा है। वैसे आमजीवन ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ है।
कटनी में नारेबाजी
पेट्रोल डीजल मूल्य वृद्धि के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा आज बंद का आह्वान किया गया है। शहर में इसका मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता सडक़ों पर निकल कर नारेबाजी कर रहे हैं। बंद के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवानों की तैनाती की गई है।