पोल की शिफ्टिंग के साथ काटे जाएंगे पेड़
पहले चरण में पोल शिफ्टिंग और पेड़ों को काटा जाएगा। वन विभाग पहले ही पेड़ों को लेकर सर्वे कर चुका है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अंधमूक बाईपास स्थित नहर पर दोनों ओर पुल का निर्माण होगा, जो एनएच-७ से जुड़ेंगी। किमी संख्या १० से फोरलेन का निर्माण शुरू होगा, जो मेरेगांव स्थित हिरन नदी पर बनने वाले नए पुल किमी संख्या ६४.५० तक बनेगा।
ये काम होंगे
भेड़ाघाट के पास अंडरब्रिज बनेगा
शहपुरा-पाटन रोड पर अंडरब्रिज बनेगा, जिससे भोपाल जाने
वाले वाहन ऊपर से निकल सकेंगे।
शहपुरा रेलवे लाइन के ऊपर ४०० मीटर लम्बा रेलवे ब्रिज का निर्माण होगा। इस हिस्से का निर्माण रेलवे करेगी।
हिरन नदी परलगभग ७०० मीटर लम्बा नया पुल का निर्माण होगा।
सात साल से अटका था मामला
जबलपुर-भोपाल फोरलेन का निर्माण सात साल से अटका है। अब तक प्रोजेक्ट लेट होने के चलते दो एजेंसियां टर्मिनेट हो चुकी हैं। जुलाई २०१७ में ही एमपीआरडीसी ने एमबीएल कम्पनी को टर्मिनेट किया था। इसके बाद नए सिरे से टेंडर जारी कर एजेंसी से अनुबंध किया गया। भोपाल फोरलेन पांच हिस्सों में बन रही है। जबलपुर एमपीआरडीसी को हिरन नदी तक के ५५ किमी हिस्से का निर्माण करना है।
जबलपुर-भोपाल फोरलेन के हिरन नदी तक के हिस्से के लिए नामित निर्माण एजेंसी बांगड़ इन्फ्रास्ट्रक्चर ने किमी २४ के पास कैम्प बनाना शुरू कर दिया है। अनुबंध की शर्तों के अनुसार एजेंसी को १९ दिसम्बर २०१७ से १८ महीने के अंदर फोरलेन का काम पूरा करना है।
– संतोष शर्मा, प्रोजेक्ट इंजीनियर, एमपीआरडीसी, जबलपुर