scriptधोखा भी हो सकता है गोल्ड क्वाइन… यहां हुई 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी | big cheat on the name of gold coin and virtual currency | Patrika News
जबलपुर

धोखा भी हो सकता है गोल्ड क्वाइन… यहां हुई 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी

विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक भी हुए ठगी का शिकार

जबलपुरDec 14, 2018 / 06:49 pm

Premshankar Tiwari

big cheat on the name of gold coin and virtual currency

वर्चुअल करेंसी, गोल्ड क्वाइन के नाम पर बड़ी ठगी

जबलपुर। पचास रुपए में एक क्वाइन खरीदो, चंद महीनों में इसका रेट सात सौ से हजार रुपए भी हो सकता है। शातिर ठगों ने केवल यह कोरा दावा ही नहीं किया, बल्कि अपनी वेबसाइट पर 50 रुपए के क्वाइन की बढ़ती हुई कीमत 700 रुपए तक दिखा दी। बस यहीं लोगों का लालच दौड़ गया। आमदनी बढ़ाने के लिए उन्होंने वर्चुअल करेंसी ‘गोल्ड क्वाइन’ में निवेश कर दिया और ठगी का शिकार हो गए। वर्चुअल करेंसी ‘गोल्ड क्वाइन’ के नाम पर थोड़ी बहुत नहीं बल्कि 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार इन जालसाजों की ठगी के शिकार देश के अलावा विदेशों में रह रहे कई एनआरआई (अनिवासी भारतीय) भी हुए हैं। ऑनलाइन वेबसाइट पर संचालित इस वर्चुअल करेंसी में किन-किन एनआरआइ ने पैसे लगाए हैं। उनके भुगतान की क्या स्थिति है। भोपाल की एसटीएफ टीम अब मेल के जरिए एनआरआई से संपर्क करके इसका पता लगा रही है।

सेमीनार में दिया जाता था लालच
एसटीएफ के अनुसार चेन सिस्टम वाले इस स्कीम से जुड़े लोगों की देश के हर बड़े शहरों में सेमीनार आयोजित किया जाता था। जिसमें लोगों को इस वर्चुअल करेंसी और इससे जुडऩे पर होने वाले फायदे बताए जाते थे। वेबसाइट के चलते बड़ी संख्य में एनआरआइ भी इसमें निवेश किए। मलेशिया में रह रहे एनआरआइ संदीप ने बताया कि उसने 12 लाख रुपए निवेश किए हैं। अब पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। जबकि ऑनलाइन पैसे ट्रांजेक्शन की बात कही गई थी। उसके अलावा कई साथी भी पैसे लगाए हैं।

100 करोड़ से अधिक की ठगी
वासी नवी मुम्बई में रह रहे शहर के गंगानगर आमनपुर निवासी रूपेश राय और शक्तिनगर निवासी बृजेश रैकवार द्वारा तैयार इस चिटफंड कम्पनी गोल्ड यूनियन क्वाइन (पीजीयूसी) में बड़े स्तर पर फ्रॉड किया गया है। एमपी, छग, मुम्बई, गुजरात में बिट्क्वाइन की तर्ज पर 100 करोड़ के लगभग ठगी हुई है। एसटीएफ मामले की जांच में लगी है और निवेश करने वाले सभी निवेशकों के बयान दर्ज कर रही है।

यह है मामला
गुप्तेश्वर वार्ड मदन महल निवासी केटरिंग व्यवसायी रूपिंदर पाल सिंह छाबड़ा ने अप्रैल 2017 में बिल्डर यादव कॉलोनी निवासी विनीत यादव और मित्र भोपाल निवासी राजीव शर्मा के साथ मिलकर इस स्कीम में पैसा लगाया था। जब तय समय सीमा में निवेश की गई रकम और मुनाफा नहीं मिला तो एसटीएफ में शिकायत दर्ज करायी। वर्चुअल करेंसी गोल्ड क्वाइन में निवेश कराकर ठगी करने वाले जालसाजों ने देश भर में 1100 से अधिक लोगों को चपत लगायी है।

Home / Jabalpur / धोखा भी हो सकता है गोल्ड क्वाइन… यहां हुई 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो