नेशनल एसेसमेंट सर्वे 2017-18 के मुताबिक सीबीएसई में 10वीं के स्टूडेंट्स की मैथमेटिक्स, साइंस, सोशल साइंस, इंग्लिश और मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज में क्रमश: 52, 51, 53, 58 और 62 परसेंट परफॉर्मेंस रही है। वहीं एमएचआरडी ने 2021 में पीसा यानी प्रोग्राम फॉर इंटरनेशनल स्टूडेंट एसेसमेंट में शामिल होने का फैसला लिया है। 10वीं क्लास के इंटरनल टेस्ट के माक्र्स को स्टूडेंट्स की साल भर की परफॉर्मेंस के आधार पर डिवाइड किया जाएगा। 10वीं क्लास के 20 माक्र्स पहले 10+5+5 में डिवाइड थे।
नए प्रस्ताव के अनुसार 20 माक्र्स में से 10 माक्र्स पेन पेपर टेस्ट और 5 माक्र्स ओरल टेस्ट, कॉन्सेप्ट मैप और क्विज के होंगे। रेगुलर बेसिस पर क्लास में पढ़ाए गए टॉपिक्स पर भी स्टूडेंट्स के कॉन्सेप्ट को एग्जामिन करेंगे। टीचर को स्टूडेंट की माइंड मैपिंग करनी होगी और स्टूडेंट्स को 5 माक्र्स के पोर्टफोलियो में प्रोजेक्ट बनाने होंगे।