अस्पतालों में ऑक्सीजन के बिना मरीजों की टूटती सांसों के कारण् बुधवार की दोपहर से ही हाहाकार मचा रहा। ऑक्सीजन किल्लत के बीत रातभर प्रशासनिक अमला रिछाई स्थित लिक्विड प्लांट में डटा था। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए अस्पतालों के वाहन लगातार प्लांट पर पहुंच रहे थे। नागपुर से सुबह पहुंचे इंजीनियर ने लिक्विड प्लांट के पम्प में आई खराबी को दुरुस्त किया। इसके बाद आदित्य एयर प्रोडक्ड प्राइवेट लिमिटेड का लिक्विड प्लांट सुबह छह बजे चालू हुआ। जेनिम इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का प्लांट भी चालू हो गया है। 20 केएल का लिक्विड टैंकर उपलब्ध होने पर दोनों निर्माताओं ने आपस में उसे साझा किया। इसके साथ ही एयर सेप्रेशन प्लांट से भी ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा रहे हैं।
दो-दो सिलेंडर दिए गए
ऑक्सीजन संकट के बीच स्थिति यह रही कि यहां जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों के भी प्रतिनिधि ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए डटे रहे। रात के समय हालत यह थी कि जिस अस्पताल से 50 ऑक्सीजन सिलेंडर की ऑवश्यकता थी वहां पांच से दस सिलेंडर डिप्टी कलेक्टर अनुराग तिवारी, एसडीएम नम:शिवाय अरजरिया, जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक देवव्रत मिश्रा, तहसीलदार मौजूद थे।
आदित्य एयर प्रोडक्ड प्राइवेट लिमिटेड का लिक्विड प्लांट के पंप में सुधार का काम पूरा होने के बाद चालू हो गया है। जेनिम प्लांट भी चालू हो गया है। दोनों प्लांट से चौबीस घंटे में 1-1 हजार सिलेंडर भरे जा सकते हैं। इसके अलावा एयर सेप्रेशन प्लांट से भी 7 सौ सिलेंडर भरे जा सकते हैं। फिलहाल ऑक्सीजन की कमी दूर हो गई है। लिक्विड टैंकर की उपलब्धता बनी रहे तो आपूर्ति की समस्या नहीं होगी।
– देवव्रत मिश्रा, महाप्रबंधक, जिला उद्योग व व्यापार केंद्र