एमएसएमई मंत्री सकलेचा ने कहा
मंत्री सकलेचा ने कहा कि राज्य शासन क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए संकल्पित है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि वे राज्य सरकार की इंडस्ट्री फ्रेंडली नीतियों का लाभ लेकर उद्योग लगाएं, निवेश करें। इस दौरान विधायक अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी पूर्व विधायक हरेंद्रजीत सिंह बब्बू तथा औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि व उद्यमी उपस्थित थे। मंत्री ने बरगी हिल्स आईटी पार्क का दौरा किया। वहां के उद्यमियों की समस्याओं को सुना।
औद्योगिक संगठनों ने रखी अपनी बात
महाकोशल चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री- चेम्बर ने कहा कि अंचल एवं जबलपुर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से औद्योगिक विकास में पिछड़ता जा रहा है। यहां बड़ी मात्रा में खनिज, वन, हर्बल, कृषि उत्पाद के साथ भरपूर पानी उपलब्ध है। इसके बावजूद इन वस्तुओं के प्रसंस्करण उद्योग नहीं लग रहे हैं। इस दौरान रवि गुप्ता, शंकर नाग्देव, अनूप अग्रवाल, अरुण पवार मौजूद थे।
मप्र एसोसिएशन ऑफ वुमन एंटरप्रेन्योर्स- संगठन ने केंद्र सरकार की तरह मध्य प्रदेश सरकार खरीद में भी 5 प्रतिशत की खरीदी एमएसएमई महिला उद्यमियों से करने की मांग उठाई। मंत्री ने कहा कि वह सरकारी नीति में बदलाव के लिए प्रयास करेंगे। इस अवसर पर अर्चना भटनागर, भावना मदान, सीमा खटवानी उपस्थित रहीं।
महाकोशल उद्योग संघ- संघ की ओर से जबलपुर को आइटी हब बनाने की दृष्टि से किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के निवेशक के माध्यम से वृहद स्तर की मदर यूनिट की स्थापना करवाई की मांग की। संगठन ने बताया कि एयरपोर्ट के समीप गधेरी गांव में एक और आईटी पार्क विकसित किया जा रहा है। वहां मदर यूनिट की स्थापना हो सकती है। इस दौरान संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष डीआर जेसवानी, अतुल गुप्ता, अशोक परियानी, प्रवीण शर्मा, रवि वैश्य उपस्थित थे।
सराफ ा एसोसिएशन जबलपुर- एसोसिएशन की तरफ से एमएसएमई मंत्री को एचयूआईडी पर स्वर्ण व्यवसायियों को आ रही दिक्कतों के बारे में जानकारी दी। जबलपुर में आभूषणों के लिए एक कॉमन फैसिलिटी सेंटर खोलने की अपनी मांग दोहराइ्र्र। इस दौरान मंत्री अनूप अग्रवाल, विजय सुहाने, सुशील चांदनी, मनु अग्रवाल, श्रेयांश जैन, हेमराज अग्रवाल उपस्थित थे।
आइटी एंड इलेक्ट्रॉनिक पार्क एसोसिएशन- एसोसिएशन ने मंत्री सकलेचा को बताया कि आइटी पार्क में मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड की ओर से निम्न गुणवत्ता की सडक़ बनाई जा रही है। एक सडक़ गलत बना दी गई। नतीजतन आवंटित प्लॉटों की साइज कम हो गई है। मप्र स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के द्वारा पार्क में त्रुटिपूर्ण सीमांकन किए जाने से निवेशकों के प्लॉट गलत स्थान पर प्रदर्शित हो रहे हैं। इस दौरान अतुल गुप्ता, राजेश गुप्ता, अतुल पिंपले आदि मौजूद थे।