रेस्क्यू और जू की पक्षियों का टेस्ट वेटरनरी यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रो. डॉ. काजल जादव के मार्गदर्शन में रेजीडेंट डॉ. हर्षिता राघव ने अगस्त 2019 से फरवरी 2020 तक स्टडी की है। इनमें इंदौर जू से मोर, तोता एवं उल्लू और ग्वालियर जू से मोर के सैम्पल की जांच की गई। उस दौरान ये पक्षी बीमार नहीं थे और न कोई इनकी कोई उपचार चल रहा था। जबकि, सेंटर में इलाज के लिए आने वाले पक्षियों के सेम्पल टेस्ट भी किए गए। इनमें चील, उल्लू, तोता, नीलकंठ, हरा कबूतर आदि प्रजाति शामिल हैं। जबकि, शहर के हाईकोर्ट स्थित बीएसएनएल कैम्पस, रामपुर स्थित जलपरी से भी सेम्पल लिया गया है। रेस्क्यू की पक्षियों 36 सहित कुल 60 सेम्पल टेस्ट किए गए हैं।
पक्षियों में एंटीबॉयोटिक रजिस्टेंस की मॉलीकुलर साइंटिफिक स्टडी की गई है। इस विषय पर एक रिसर्च प्रोजेक्ट तैयार किया है। परमिशन मिलने के बाद इसके विभिन्न पहलुओं पर बड़े स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। फिलहाल पक्षियों में प्रतिरोधी बैक्टीरिया पनपने के मुख्य कारण का पता नहीं चला है। यह गंभीर विषय है।
डॉ. मधु स्वामी, डायरेक्टर, स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ