मझौली बायपास तिराहा स्थित भारत कृषक समाज सिहोरा-मझौली तहसील कार्यालय में आयोजित टॉक शो में किसानों ने अपनी बात खुलकर रखी। किसान रामगोपाल पटेल ने कहा कि तीन सौ प्रतिशत महंगाई की भरपाई हो इसके लिए आने वाली सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करे। लोकसभा चुनाव में यह रिपोर्ट लागू करना प्रमुख चुनावी मुद्दा रहेगा। किसान छोट पटेल का कहना था कि किसान को गेहूं और धान का दाम कम से कम तीन हजार रुपए प्रति क्ंिवटल मिलना चाहिए। किसान को उसकी लागत का आधा मूल्य भी नहीं मिल रहा है। किसान सुशील पटेल ने कहा कि दलहनी फसल चना, मूंग, उड़द, मसूर का लागत दाम नहीं मिलने से इन फसलों की पैदावार घाटे का सौदा बन गई है। यही कारण है कि इस साल दोनों तहसीलों में दहलन का रकबा एक चौथाई रह गया है।
किसान राहुल श्रीवास्तव का कहना था कि किसानों को खेती के संसाधन खाद-बीज सरकार सस्ते दामों में उपलब्ध कराएं। किसान आनंद पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था सुचारू नहीं है। थ्री फेज बिजली नहीं मिलने से किसान साल भर परेशान रहता है, जिसमें सुधार की जरूरत है। पान उत्पादक किसान उमाशंकर चौरसिया ने कहा कि पान की पैदावार नकदी फसल है, लेकिन पान उत्पादक किसानों को सरकार से कोई मदद नहीं मिलने से इसकी पैदावार दिनोंदिन घटती जा रही है। किसान प्रहलाद पटेल, प्रताप पटेल, सतीश यादव, इंद्र कुमार आदि का कहना था कि किसान को उसका हक दिलाने किसान आयोग बने, जिसके सदस्य किसान प्रतिनिधि हों।