बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता और कार्यकर्ता लोगों के करोड़ो रुपए हजम करने वाले राम असरानी व हर्षा असरानी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उत्तेजित थे। उनका आरोप था कि पुलिस इन फरार, ईनामी आरोपियों को बचा रही है। भाजपा नेताओं का कहना था कि आरोपी लगातार अपने दफ्तर में बैठ रहे है। इसी जिले में अपने घर पर रह रहे है कि लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ये तब है जब इन आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस ईनाम घोषित कर रखी है।
बीजेपी नेताओं के एसपी आफिस में विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी रोहित काशवानी मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्व एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल से बात कर उन्हें आश्वस्त किया कि आरोपी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस बीच भाजपा नेता अग्रवाल ने सवाल दागा कि आखिर लोगों के करोड़ों रुपए खाकर विदेश भागने की तैयारी में जुटे राम-हर्षा असरानी को गिरफ्तार करने से पुलिस क्यों हिचक रही है। उसे किसका संरक्षण प्राप्त है?
एसपी सिटी से वार्ता के बाद बीजेपी नेताओं ने कहा कि अभी तो हम सांकेतिक विरोध प्रदर्शन व धरना देकर जा रहे हैं। लेकिन आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी न हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला पुलिस की होगी।
इस बीच चर्चा ये भी रही कि राम-हर्षा असरानी को बचाने वालों में भाजपा के ही एक कद्दावर विधायक हाथ है। वो प्रदेश के मंत्री भी रह चुके हैं।