भाजपा के लिए यहां चुनौती
भाजपा ने बुधवार को नाम वापसी के दिन 50 से ज्यादा अनाधिकृत उम्मीदवारों के नामांकन वापस करा लिए थे। इसके बाद भी अभी कई प्रमुख सीटों पर बागियों की उपस्थिति के कारण मुकाबला कड़ा हो रहा है। मदनमोहन मालवीय वार्ड में भाजपा उम्मीदवार अंचल सोनकर के पुत्र राम सोनकर के मुकाबले, अंचल के भतीजे वीरेंद्र सोनकर आम आदमी पार्टी से मैदान में हैं। महाराजा अग्रसेन वार्ड से घोषणा के बाद टिकट बदलने के बाद समर्थ तिवारी मौदान में डटे हैं। यहां भाजपा से कमलेश अग्रवाल व कांग्रेस से युवक कांग्रेस नगर अध्यक्ष जितिन राज मुकाबले में हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस वार्ड में भाजपा ने महेश राजपूत को उम्मीदवार बनाया है। यहां से भाजपा के बागी दिनेश पटेल मैदान में हैं। द्वारका प्रसाद मिश्रा वार्ड में भाजपा ने जय सचदेवा को अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। यहां से भाजपा के ही पूर्व पार्षद टिल्लूमल नेचलानी मैदान में हैं। यह स्थिति कुछ अन्य वार्डो में भी है।
कांग्रेस में भी कई बागी, कई ने पार्टी बदली
कांग्रेस में भी नाम वापसी के एक दिन पहले बड़ी संख्या में अनाधिकृत उम्मीदवारों को मनाकर नाम वापसी करा ली है, लेकिन कुछ वार्ड ऐसे हैं, जहां से नाम वापसी नहीं हो सकी है। गोकलपुर वार्ड से कांग्रेस ने वत्सला मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ कांग्रेस के ही पूर्व पार्षद रहे राजेश यादव की पत्नी रितु यादव मैदान में हैं। पार्टी के कई कार्यकर्ता सोशल मीडिया में खुलकर रितु राजेश यादव के समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं। कस्तूरवा गांधी वार्ड से भी कांग्रेस के सुरेंद्र तिवारी मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने संतोष दुबे को अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह जयप्रकाश वार्ड से कल्लू तिवारी आम आदमी पार्टी से मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने मुकेश जैन को उम्मीदवार बनाया है। चेरीताल वार्ड से भी कांग्रेस के पूर्व पार्षद मदन लारिया की पत्नी दीपा लारिया मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने कल्पना पटेल को उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने समन्वय के साथ अधिकतर अनाधिकृत उम्मीदवारों की नाम वापसी करा ली है। अब जो बागी उम्मीदवार मैदान में हैं, उनको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बागियों का जो कार्यकर्ता व नेता समर्थन करेंगे। उनके खिलाफ भी निष्कासन की कार्रवाई की जाएगी।
अभिलाष पांडे, प्रवक्ता, भाजपा जबलपुर
पार्टी के अनाधिकृत उम्मीदवार जो मैदान में हैं, उनसे सम्पर्क कर रहे हैं। पार्टी के समर्थन में उन्हें बिठाने की कोशिश की जा रही है। समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं। पार्टी छोड़कर दूसरी दल के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों से बात नहीं की जाएगी।
दिनेश यादव, पूर्व नगर अध्यक्ष कांग्रेस