मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस पीडि़त 12 मरीजों की सर्जरी की है। ये एक दिन अभी तक फंगस के मरीजों की की गई सबसे ज्यादा सर्जरी है। इएनटी के साथ ही नेत्र, न्यूरो सर्जरी, निश्चेतना रोग विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने लगातार 14 घंटे तक काम किया। विशेषज्ञों की टीम के प्रयास से कई गम्भीर पीडि़तों की सर्जरी सफलतापूर्वक हुई। फंगस के कारण शरीर के अंदरुनी हिस्से में भरे मवाद को बाहर निकालकर निकालकर उनकी जान बचाई गई। अभी तक लगभग तीन सौं मरीजों की एंडोस्कोपी की जा चुकी है।
ब्लैक फंगस के मरीजों के शरीर में संक्रमण को फैलने से रोकने वाले महंगे लायपोसेमल एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी लगातार बनी हुई है। भोपाल से इंजेक्शन की आपूर्ति रुक-रुक बेहद सीमित मात्रा में होने से मरीजों को इंजेक्शन लगाने में गैप हो रहा है। बुधवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन नसीब नहीं हुआ। टेबलेट की खुराक दी गई है।