उतार-चढ़ाव के मौसम में कम हुआ इम्युनिटी पावर
सीजन चेंज होते ही बदली फूड हैबिट, फ्रेश आइटम खाने पर फोकस
फूड हैबिट बदलना जरूरी
गर्वन्मेंट होम साइंस कॉलेज की शिक्षिका डॉ. स्मिता पाठक के अनुसार सीजन में आद्र्रता और तापमान ऐसा है कि रखी हुई खाने-पीेने की चीजों में माइक्रो बैक्ट्रिया पडऩे का जोखिम है। इस सीजन में आयल कंटेंट की गुझिया आदि को लोग स्टोर करके रख देते हैं। कभी कभी अंकुरित अनाज में खराबी आ जाती है। पौष्टिक आहार के साथ उनमें सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। दही को अमृत कहा जाता है लेकिन इस सीजन में जिनकी इम्युनिटी खराब है, उन्हें दही खाने से नुकसान पहुंच सकता है। कुछ दिन बाद समर सीजन आएगा तो फिर फूड हैबिट बदलनी होगी।
किचन में भी बदलाव
न्यूट्रीशियन अंजलि दीवान के अनुसार इस सीजन में किचन के मेनू भी बदल गए हैं। विंटर सीजन में आयल कंटेक्ट बेनिफिशयल होता है, लेकिन बदले हुए सीजन में ज्यादा आयल डाइजेस्ट नहीं होता है। फिलहाल गर्मी कम है, लेकिन जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे ही बॉडी को हाइडे्रट रखने वाली चीजें खानी होंगी। भोजन नाश्ता पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।