ट्रेन में नकली इलेक्ट्रॉनिक सामान की बिक्री
नामी कंपनियों के नकली पावर बैंक में भरी थी मिट्टी जबलपुर की फर्म का वेन्डर पकड़ा गया
आरपीएफ ने बताया कि मानिकपुर से जबलपुर के बीच ट्रेनों में सक्रिय वैध-अवैध वेंडर के नकली इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचकर चूना लगाने की सूचना मिली थी। रीवा-आनंद विहार ट्रेन में एक वेंडर को पकड़कर तलाशी ली, तो उसके पास मोबाइल चार्जर, इयरफोन व कुछ पावर बैंक मिले। वेंडर रामबाबू खटीक निवासी पटेलनगर मानिकपुर से पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि पावर बैंक में 10 रुपए के खिलौने वाली बैटरी लगी है जिससे वह दो-चार मिनट मोबाइल चार्ज हो सकता है। मोबाइल चार्ज होने पर यात्री को तसल्ली हो जाती है और वेंडर चुपचाप निकल जाता।
मानिकपुर को बना रखा अड्डा
ब्रांडेड कंपनियों के रैपर लगाकर ट्रेनों में डुप्लीकेट सामान बेचने वालों ने मानिकपुर को अपना अड्डा बना रखा है। कुछ समय पहले मानिकपुर पुलिस ने भी कुछ लोगों को पकड़कर नकली इलेक्ट्रॉनिक आइटम जब्त किए थे।
वेंडर बोला, मालिक देता है सामान
आरपीएफ के हत्थे चढे वेंडर रामबाबू के पास मेडिकल सर्टिफिकेट के अलावा कोई दूसरा वैध दस्तावेज नहीं मिला। पूछताछ में उसने बताया कि जबलपुर की फर्म पीके मार्केटिंग का ट्रेनों में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान खिलौने आदि बेचने का ठेका है। ट्रेनों में जो भी सामान बेचा जाता है वह ठेकेदार प्रदीप साहू देता है। आरपीएफ प्रभारी बब्बन लाल ने बताया कि आरोपी को पकड़कर ट्रेनों में नजर रखी गई।