ग्रामीण क्षेत्र में गर्भाशय, शहरी में स्तन कैंसर ज्यादा
मेडिकल कॉलेज के कैंसर अस्पताल में प्रतिदिन औसतन डेढ़ सौ मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार मुख के कैंसर से पीडि़त पुरुष निम्न और उच्च, दोनों वर्गों में मिल रहे हैं। निचले तबके में ज्यादातर पीडि़त कम उम्र से सुपारी और तम्बाकू की लत से ग्रसित मिले हैं। वहीं, उच्च वर्ग में ज्यादातर पीडि़त पुरुष शराब के सेवन के आदि मिलने की बात कही जा रही है। डॉक्टरों के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में गर्भाशय कैंसर और शहरी क्षेत्र की महिलाओं में स्तन कैंसर के केस ज्यादा हैं।
पुरुषों में मुख कैंसर व महिलाओं में स्तन और गर्भाशय कैंसर के केस ज्यादा हैं। अस्पताल में आने वाले मरीजों में करीब आधे मरीज इन प्रकार के कैंसर से पीडि़त हैं। बीमारी और लक्षण को लेकर जागरुकता जरूरी है। शरीर में कोई भी गांठ हो या मुख में ज्यादा समय तक छाले तों, इसकी जांच करानी चाहिए। पहली और दूसरी स्टेज में कैंसर का पता चलने पर इसे नियंत्रित करने की संभावना होती है।
– डॉ. श्यामजी रावत, कैंसर सर्जन, मेडिकल कॉलेज