जानकारी के मुताबिक ग्राम कटरा में बरनू नदी पर बना 30 फीट चौड़ा और 70 मीटर लम्बा पुल बुधवार शाम और रात को हुई तेज बारिश में बह गया। सुबह जब ग्रामीण पुल पर पहुंचे तो उन्हें इसकी जानकारी लगी। बरनू नदी पर बना यह पुल करीब 27 साल पुराना बताया जाता है। कृष्ण कुमार दुबे, अनंत नोगरहिया, अशोक गुप्ता, किशोर पाटकर, रवि मिश्रा, बुद्धू लाल साहू ने बताया समय रहते यदि पुल में सुधार कार्य हो जाता तो वह बारिश में बहता नहीं। प्रशासन की लापरवाही के चलते जब तक बारिश का दौर जारी रहेगा ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरीके से ठप रहेगा। बारिश में पुल के बहने से कटरा, खमरिया, सिमरिया मान, पंचकुड़ी, घुटना, अतरिया,भरदा, निंदौरा, भदम, देवरी सहित अन्य गांव का आवागमन ठप हो गया।
सुरक्षा के नहीं किए इंतजाम
बारिश में पुल बहने की बाद पुल के दूसरी ओर बसे एक गांव के लोग जान जोखिम में डालकर ढहे पुल से निकलती रहे। उन्हें न तो कोई रोकने वाला था और न टोकने वाला। प्रशासन-पुलिस ने किसी की तैनाती पुल पर नहीं की थी। तेज बहाव के बीच यदि कोई हादसा या दुर्घटना हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।
विधायक ने दो साल पहले लोक निर्माण मंत्री को लिखा था पत्र
बारिश के चलते जर्जर हो चुके पुल-पुलिया के निर्माण के लिए सिहोरा विधायक नंदनी मरावी ने वर्ष 2016 में लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह और कलेक्टर को सिहोरा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले रमखिरिया-कटरा के क्षतिग्रस्त पुल के निर्माण के लिए पत्र लिखा था, जिसमें बताया गया था कि बारिश के समय में पुल-पुलिया बहने से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरीके से ठप हो जाएगा। ऐसे में जल्द से जल्द यहां पर नए पुल का निर्माण करने की स्वीकृति प्रदान की जाए।