ब्रह्म हत्या का दोष बताकर डराया, पूजा के बहाने लाखों रुपए के जेवर लेकर भागे
नक्षत्र- तीक्ष्णसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र अश£ेषा रात्रि 4.9 तक उपरंात मूलसंज्ञक नक्षत्र मघा रहेगा। अश£ेषा गंड़ात मूलक नक्षत्र है, इस नक्षत्र में जन्मे जातकों की मूलशंाति करवानी चाहिए। जन्म के सत्ताइसवें दिन नक्षत्र पुनरावृत्ति के दिन इस नक्षत्र की मूल शंाति करवाना जातक के जीवन में शुभता प्रदान करता है।
शुभ मुहूर्त – ंआज पुंसवन, नामकरण, नृत्यकलारंभ, बीजबपन, पत्रलेखन, अनाज भंडारण, व्यापारिक यात्रा, सेवारंभ, कलारंभ, विपणि व्यापार जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए- आज प्रात: 6.00 से 9.00 लाभ, अमृत दोपहर 1.00 से 2.30 चर शाम 4.30 से 6.00 लाभ तथा रात्रि 7.30 से 10.30 शुभ तथा अमृत चौघडिय़ा शुभ रहेगी।
व्रतोत्सव- आज बुध भद्रा सिद्धयोग के साथ इंदिरा एकादशी का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। श्री हरि नारायण की आराधना शुभकारी रहेगी।
चन्द्रमा : रात्रि 4.9 तक कर्क राशि में उपरंात सूर्य प्रधान राशि सिंह राशि में संचरण करेगा।
लौंग के चमत्कारी उपाए, 10 बीमारियों का रामबाण इलाज है एक लौंग
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कन्या राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का उ.फाल्गुनी नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल उत्तर दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास उत्तर दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 12.00.00 बजे से 1.30.00 बजे तक। शुभ कार्य हेतु वर्जित।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर डी,डा,डे डू अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। अश£ेषा नक्षत्र में जन्म बालकों की राशि कर्क तथा राशि स्वामी चन्द्र रहेंगे। इस नक्षत्र में जन्मे जातक प्राय: मिलनसाार, लज्जाशील, धार्मिक, बुद्धिमान विवेकवान, सामाजिक सेवा में रुचि तथा उदारवादी प्रवृत्ति के होते हंै, जीवन में शिक्षा, कला अथवा स्वतंत्र लेखन के क्षेत्र में विशेष सफलता के योग बनने की सम्भावना रहेगी।