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पुलिस ने बताया कि नौ अप्रैल को अधारताल थाना अंतर्गत न्यू अमखेरा केसर बिहार कॉलोनी निवासी बिल्डर बद्री प्रसाद प्रजापति (55) ने जहर खा लिया था। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बिल्डर ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखा था। इसमें बेलबाग थाने के एएसआइ विनोद पटेल, बधैया मोहल्ला निवासी एवं एक पार्टी से जुड़ा नेता राजेंद्र चौधरी और जयप्रकाश नगर निवासी बबलू उर्फ खेमसिंह पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया गया था। इसे लेकर उसके परिजन ने अस्पताल में हंगामा भी किया था। अधारताल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया था।
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सुसाइड नोट के आधार पर की जांच
पुलिस के अनुसार बद्रीप्रसाद का पैसों और प्लॉट को लेकर राजेंद्र चौधरी और बबलू से विवाद था। बद्री प्रसाद ने सुसाइड नोट में एएसआइ सहित तीनों के नाम लिखते हुए आरोप लगाया था कि तीनों उसे आठ साल से प्रताडि़त कर रहे थे। सादा चेक लेकर कोर्ट में प्रकरण दर्ज कराकर परेशान कर रहे थे। सुसाइड नोट में लिखा था कि वह इतना टूट गया कि अब और नहीं झेल सकता।
बिल्डर पर दबाव बनाने खुद कर रहा था जांच
पुलिस को जांच में पता चला है कि बिल्डर बद्री प्रसाद पर दबाव बनाने के लिए गोहलपुर और अधारताल थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। गोहलपुर में दर्ज शिकायत की जांच विनोद पटेल कर रहा था। वह बद्री प्रसाद को मामले में फंसाने की धमकी भी देता था।