यहां हो रहा संदेह
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर सर्चिंग के दौरान हार, चार सोने के कड़े, चांदी का कड्डोरा, लच्छा, अंगूठी, चेन सहित लगभग दो लाख के जेवर और 100 व 200 के नोट वाली गड्डियां अधजली हालत में मंगल की लाश वाली बेडरूम में बिखरे मिले। यही बात संदेह पैदा कर रही है। यदि सिर्फ लूटपाट के उद्देश्य से यह हत्या की गई होती तो सोने-चांदी के जेवरों सहित पूरे नोट भी चोर समेट ले गए होते। यहां मामला कुछ और भी हो सकता है।
रखी थी बड़ी रकम
घटना के दूसरे दिन भी परिवार के लोग पुलिस को यह नहीं बता पाए कि आरोपित घर से कितना जेवर व पैसे ले गए हैं। परिवार के लोगों द्वारा शहर स्थित एक निजी फाइनेंस कम्पनी का कर्जा लौटाने के लिए रखी गई रकम की बात कही जा है, लेकिन लूटपाट की रकम अब तक नहीं बताया है।
घटना में शामिल कोई करीबी
पुलिस के मुताबिक व्यापारी मंगल की हत्या में कोई करीबी या ऐसा व्यक्ति शामिल है, जो उनके घर से पूर्व से वाकिफ था। कोई अजनबी व्यक्ति इस 10 फुट चौड़े और 100 फुट लम्बाई वाले दो मंजिला मकान में प्रवेश मार्ग ही नहीं ढूढ़ पाएगा। इसकी सीढिय़ां पुराने मॉडल की अंधेरी व घुमावदार है। ट्रेन के डिब्बे जैसी बनावट वाले इस मकान में घुसकर तत्परता से निकल जाना आसान नहीं।
‘सब कुछ ले लेता, लेकिन भाई को छोड़ देता’
छोटे भाई मंगल की हत्या से बड़े भाई कमल सदमे में हैं। पत्रिका से रोते हुए कहा कि मेरा छोटा भाई मेरा सब कुछ था। पूरा गहना-पैसा ले लेते, लेकिन उसे जिंदा छोड़ दिया होता। आज तक किसी से उसका विवाद कोई नहीं हुआ था। वह ठीक से पैरों से चल तक नहीं सकता था। फिर भी इतनी बेरहमी से मार डाला। अंत में उन्होंने खुद को कोसते हुए कहा कि 22 नवम्बर को स्टेशन पर मुझसे क्षेत्र का शातिर चोर टकराया था। मेरे मुंह से निकल गया था कि तीन दिन बाद लौटेंगे। संभवत: इसी का उसने फायदा उठाया होगा।