दिनभर बसों की आवाजाही, रात में अवैध पार्किंग
आमजन और राहगीरों को होती है परेशानी

दमोहनाका में रसूख के आगे कुछ नहीं कर पाता पुलिस प्रशासन
जबलपुर.दमोहनाका स्थित क्षेत्रीय बस स्टैंड प्रशासन ने बंद कर दिया है। पुलिस प्रशासन की नजर में अब यह केवल यात्रियों का पिकअप प्वाइंट है, लेकिन यहां स्थिति अलग है। रसूख के दम पर यहां सुबह से शाम तक बसों का संचालन होता है। क्षेत्रीय बस स्टैंड के अंदर बसों की आवाजाही बेरोकटोक जारी है। रसूख का खेल यहीं खत्म नहीं होता। रात के वक्त तो यहां रसूखदारों की बसें पार्क भी की जाती हैं।
जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय बस स्टैंड में रात के वक्त आईएसबीटी बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल किशोर तिवारी ‘पिन्टू’ और उनके रिश्तेदारों की बसें पार्क की जाती हैं। इतना ही नहीं जानकार बताते हैं कि उनकी बसों के अलावा कोई और वहां बसों को खड़ा नहीं कर सकता। वहीं तिवारी का कहना है कि क्षेत्रीय बस स्टैंड बंद हो गया है। वे दावा करते हैं कि यहां उनका दफ्तर है, इसलिए उनकी बसें वहां बनने आतीं हैं।
स्थान- दमोहनाका
कब से कब तक- सुबह से पूरी रात
कहां की बसें- सिहोरा, कटनी, सागर, दमोह, डिंडोरी, अमरकंटक
यात्रियों की संख्या- 700 से 850 रोज
रोजाना आने वाली बसें- 80
खौफ में रहते हैं स्थानीय लोग
रोजाना यहां से कटनी, अमरकंटक समेत अन्य जिलों के लिए बसें रवाना होती हैं। लेफ्ट टर्न से लेकर सडक़ के एक ओर तक बसों का कब्जा रहता है। आम ट्रैफिक में परेशानी होती है, वहीं आसपास के दुकानदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद खौफ इतना है कि न स्थानीय लोग इसके खिलाफ आवाज उठा पाते और न ही आरटीओ, जिला प्रशासन और पुलिस इसे बंद कराने की हिम्मत जुटा पाती है।
लेफ्ट टर्न पर रहता है कब्जा
आईएसबीटी से बसों के छूटने के बाद वे सीधे दमोहनाका पहुंचती हैं। जहां मेट्रो बसों के स्टॉप में ये बसें कब्जा कर लेती हैं। जिस कारण मेट्रो बसें स्टॉप पर खड़ी नहीं हो पातीं और इनके यात्री परेशान होते हैं।
घंटों लग जाते हैं खिसकने में
इन बसों को दमोहनाका स्थित लेफ्ट टर्न से क्षेत्रीय बस स्टैंड तक पहुंचने में घंटों लग जाते हैं। इतना ही नहीं सुबह के वक्त तो दमोह और सागर और दमोह की बसों में सवारियां बैठाने का काम भी यहां से बेखौफ होता है।
अब पाइए अपने शहर ( Jabalpur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज