इसलिए नहीं चल रही थी बसें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल, 2018 को मंडला जिले रामनगर में आदि महोत्सव और पंचायत सम्मेलन में शामिल होने आए थे। उनकी सभा में बड़ी संख्या में लोगों को पहुंचाना था। इसके लिए मंडला, जबलपुर सहित आसपास के जिलों की यात्री बसों का प्रशासन द्वारा अधिग्रहण किया था। इसमें जबलपुर से मंडला और डिंडोरी मार्ग की तकरीबन सभी बसों का अधिग्रहण कर लिया गया था। इन दोनों मार्ग पर यात्रियों के रेल सहित अन्य वैकल्पिक यातायात साधन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में सामान्य यात्री बसों को पीएम की सभा की भीड़ ढोने के लिए लगा दिए जाने से दोनों रुट पर सामान्य यात्री बसों का टोटा हो गया। बाहर से जबलपुर आकर मंडला और डिंडोरी की ओर जाने वाले यात्रियों को बसों की कमी के कारण काफी परेशान होना पड़ा।
अल सुबह पहुंची स्कूल बसें
प्रधानमंत्री के मंडला कार्यक्रम को लेकर स्कूलों बसों के अधिग्रहण किए जाने के चलते स्कूलों में भी दो दिन पढ़ाई चौपट रही। अधिकांश स्कूलों में ट्रांसपोर्ट सुविधा ठप हो जाने के कारण बच्चों की उपस्थिति कम रही। २५ अप्रैल को १२वीं कक्षा का इकॉनामिक्स विषय की परीक्षा सीबीएसइ बोर्ड द्वारा दोबारा आयोजित की गइ। स्कूल बसों को रैली में झोंके जाने के कारण बच्चों के स्कूल में पेपर के लिए जाने की व्यवस्था पर अभिभावकों को पसीना बहाना पड़ा। इस समस्या की भनक जब प्रशासन तक पहुंची तो आनन-फानन में अधिग्रहित स्कूल बसों को रवाना किया गया। लेकिन अधिकांश स्कूली बसें बुधवार को परीक्षा के पहले तक नहीं पहुंच पायी।
फ्लाइट्स अपने शेड्यूल पर
मंडला प्रवास पर आए पीएम का विमान डुमना एयरपोर्ट में लैंड होना था। सुरक्षा कारणों के चलते एसपीजी ने एयरपोर्ट को मंगलवार को ही अपने कब्जे में ले लिया था। इसके चलते कइ विमानों की टाइमिंग में बदलाव किया गया था। पीएम के विमान उतरने के बाद उसके वापस उडऩे तक किसी भी दूसरे विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी थी। इसके चलते मंगलवार को कइ उड़ानों को डुमना एयरपोर्ट पर शाम के बाद लैडिंग हो सकी। हालांकि ये सभी फ्लाइट बुधवार से अपने शेड्यूल पर आ गइ है।