ओमती पुलिस के मुताबिक नया मोहल्ला निवासी इमरान अली (45 वर्ष) परिवार का इकलौता कमाने वाला था। घर में 65 वर्षीय मां साबरा बी हैं, जो लकवाग्रस्त हैं। पत्नी मोना सहित दो बच्चे 11 वर्षीय बेटा अरमान और 8 वर्षीय बेटी अरीबा की जिम्मेदारी उसी पर थी। इमरान की कृषि उपज मंडी में व आलू-प्याज की दुकान थी।
इमरान को व्यापार में पिछले आठ महीने से लगातार घाटा हो रहा था। लॉकडाउन के चलते वह लागत तक नहीं निकाल पा रहा था। बीमार मां और परिवार की जिम्मेदारियों उठाने में वह कई लोगों का कर्जदार भी हो गया था। ऐसे मे आर्थिक हालात से परेशान होकर उसने खुदकुशी ली। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में ले लिया है।
बताया जा रहा है कि इमरान, पत्नी व बच्चों के साथ शनिवार की रात खाना खाया और कमरे में सोने चला गया। उसी कमरे में दोनों बच्चे अरमान व अरीबा भी सो रहे थे। पत्नी पत्नी मोना भी कुछ देर बाद आ कर सो गई। शनिवार और रविवार की भोर करीब तीन बजे के लगभग मोना की नींद टूटी तो पति को पंखे के हुक में रस्सी के फंदे से लटका पाया। मोना की चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़कर मदद को पहुंचे। लोगों ने फौरन इमरान को फंदे से उतारकर विक्टोरिया अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
व्यवसायी की खुदकुशी की खबर मिलते ही एसआई अमर सिंह मौके पर पहुंचे और शव को पीएम के लिए भिजवाया। रविवार को मौके पर एफएसएल की टीम पहुंची। टीम ने पूरे कमरे की जांच की और परिजनों के बयान दर्ज किए। इमरान के चचेरे भाई शमशेर ने बताया कि पूरे परिवार में वह इकलौते कमाने वाले थे, लेकिन आर्थिक संकट से परेशान चल रहे थे। ओमती पुलिस के मुताबिक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के बयान के आधार पर जांच होगी।