जबलपुर। लॉकडाउन के लगातार तीसरे रविवार को जबलपुर शहर में सन्नाटा रहा। कारोबारियों और आमलोगों ने कोरोना की चेन तोडऩे के लिए उम्मीद से भी ज्यादा समझदारी दिखाई। शहर के सभी प्रमुख एवं उपनगरीय क्षेत्रों के बाजार पूरी तरह बंद थे। सिर्फ दवा दुकानें एवं डेयरी खुली थीं। कुछ वाहन चालकों ने खतरा जरूर मोल लिया। हालांकि, बिना काम के वाहन लेकर सड़कों पर निकलने वालों पर पुलिस ने चालानी कार्रवाई की। शाम को सड़कों पर हलचल थोड़ी बढ़ी, फिर भी ज्यादातर लोगों कोरोना की चेन तोडऩे में भरपूर सहयोग किया। लॉकडाउन के दौरान न केवल सभी प्रमुख बाजार बंद रखे गए। तमाम मंडियों के लिए भी यही नियम लागू किया गया। व्यापारी भी लॉकडाउन के समर्थन में दिखे। कुछ जगह ज्यादा संख्या में लोग नजर आए तो पुलिस ने उन्हें रोका। जायज कारण नहीं बताने पर जुर्माना लगाया। इस बीच प्रशासन की टीम भी कानून व्यवस्था पर नजर रखने के लिए शहर के कई इलाकों में गश्त करती रही।
लॉकडाउन में शहर के लोगों के सहयोग को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने सराहा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में आगे भी इसी प्रकार के सहयोग जरूरी है। संक्रमण से बचने के लिए सभी को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना चाहिए। फि जिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अनावश्यक बाहर नहीं निकलें। हाथों को साबुन से बार-बार धोएं अथवा सेनेटाइज करें। रोको-टोको अभियान के तहत मास्क न पहनने और फि जिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने पर 1265 व्यक्तियों से 129800 रुपए का जुर्माना वसूला गया। इनमें सर्वाधिक 1 हजार 226 व्यक्तियों से 1 लाख 25 हजार 900 रुपए का जुर्माना पुलिस ने वसूला। एसडीएम ने भी कार्रवाई की।
पांच व्यक्तियों को भेजा गया अस्थाई जेल
आधारताल क्षेत्र में बिना मास्क लगाए घूम रहे पांच व्यक्तियों को शासकीय प्राथमिक बालक शाला अधारताल में बनाई गई अस्थाई जेल भेज दिया गया। यह कार्रवाई नायब तहसीलदार आधारताल संदीप जायसवाल के साथ राजस्व एवं पुलिस के अमले ने की। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शनिवार को एक आदेश जारी कर मास्क नहीं लगाने, शारीरिक दूरी के नियम का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने के साथ-साथ अस्थाई जेल भेजने के निर्देश सभी एसडीएम एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को दिए थे। शर्मा ने शासकीय बालक प्राथमिक शाला आधारताल सहित छह स्थानों को अस्थाई कारावास भी घोषित किया था।