जबलपुर. शहरी यातायात को गति देने के लिए सोमवार को रेल यातायात थमा रहा। इस दौरान दमोहनाका-मदन महल फ्लाईओवर में रेलवे स्टेशन के ऊपर स्लैब ढालने के लिए हवा में प्लेटफार्म तैयार किया गया। इस दौरान लोक निर्माण विभाग, निर्माण कंपनी के साथ रेलवे के अधिकारी कर्मचारी-मुस्तैद रहे। ट्रेनों को अन्य स्टेशन पर रोकने और डायवर्ट करने के कारण यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
330 मिनट में पूरी हुई प्रक्रिया, दोपहर 3 बजे के बाद सुचारू हुआ रेल यातायातसिग्नल मिलते ही काम रेल पांतों पर रेड सिग्नल के साथ सुबह 9.30 से मदन महल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं 3 व 4 पर 6 घंटे का ब्लॉक शुरू हुआ। फ्लाईओवर का निर्माण कर रही तकनीकी टीम को ग्रीन सिग्नल मिला। विशेषज्ञ इंजीनियर, कंसल्टेंट, तकनीकी टीम ने पूरी तैयारियां जांची। विशेषज्ञों ने कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम एक्टिव किया। सबकुछ सही दिशा में होने का संदेश दिया और पियर नं 75 से ऑटो लॉन्चिंग के लिए प्लेटफॉर्म रेल लाइन की ओर आगे बढ़ा। पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ चारों कम्प्यूटर पर एक-एक अंश पर संतुलन साधते हुए पूरे 330 मिनट में प्लेटफॉर्म के ऑटो लॉन्चिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई। फ्लाईओवर की निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग की प्लानिंग के अनुसार 5 मीटर प्लेटफॉर्म आगे बढऩे के बाद मैकली बार की लॉकिंग की गई और रेलवे का ब्लॉक खत्म हुआ।
कॉस्टिंग तक 14दिन की प्रक्रिया केबल स्टे ब्रिज में लांच किए गए 70 टन भार क्षमता के ऑटो प्लेटफॉर्म में कॉन्क्रीट कॉस्टिंग के लिए 14 दिन की प्रक्रिया चलेगी। प्रक्रिया से जुड़ी तकनीकी टीम के सदस्यों ने बताया कि कांक्रीट पोरिंग होगी। फिर 7 दिन क्यूरिंग की जाएगी। इस प्रकार दो सप्ताह में ये प्रकिया पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही अगले 5 मीटर में फिर से फ्लेटफॉर्म की ऑटो लांचिंग के लिए प्रक्रिया शुरू होगी।
उच्च तनाव केबल संभाल रही हैं पूरा भार निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवेन्द्र सिंह ने बताया कि लंबे स्पॉन वाले केबल स्टे ब्रिज का पूरा भार उच्च तनाव वाली स्टील केबल संभाल रही हैं। समुद्र से लेकर नदियों व अन्य स्थानों में इसी प्रकार की तकनीक का उपयोग किया जाता है।
श्रीधाम स्टेशन पर रोकी गई मेमू, गढ़ा में नैनपुर ट्रेन दमोहनाका से मदनमहल तक बनाए जा रहे फलाई ओवर में एनसीसी द्वारा स्टे ब्रिज निर्माण के दौरान छह घंटे का ब्लॉक लिया गया। इस दौरान आधा दर्जन ट्रेन प्रभावित रहीं। स्टेशन आने वाली ट्रेन कटनी इटारसी मेमू ट्रेन को श्रीधाम स्टेशन पर ही रोक दिया गया। जिसके कारण यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। इसी तरह नैनपुर -जबलपुर ट्रेन को भी मदनमहल सस्टेशन न लाकर इसे गढ़ा स्टेशन में रोक दिया गया था। ट्रेनों के घंटो रोके रखने से उनके एसी सिस्टम में समस्या पैदा होती। इसे देखते हुए इन ट्रेनों को संबंधित स्टेशनों के पास रुक-रुक कर धीमी रफतार से चलाया गया। इस दौरान यात्री परेशान भी हुए।
लाल झंडी लगाई,ओएचई लाइन बंद – रेलवे के परिचालन विभाग, इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ओएचई लाइन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था ताकि केबल स्टेब्रिज के निर्माण कर्य के दौरान किसी तरह के जानमाल का नुकसान न हो सके। ट्रेक पर लाल कलर का बैनर लगाया गया था। ब्लॉक के दौरन वहा पर किसी की भी आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रही। जबकि स्टेशन के दूसरे हिस्से में प्लेटफार्म नम्बर-1 की तरफ से अप ट्रेक पर ट्रेनों की निकासी जारी रही।
इटारसी की और से नहीं आ सकी ये ट्रेनें – आज केबल स्टे ब्रिज कार्य के दौरान इटारसी से जबलपुर आने वाली आधा दर्जन ट्रेनों को एक घंटा से लेकर ढाई घंटे तक विलंब से जबलपुर स्टेशन तक लाया गया। इन ट्रेनों में सोमनाथ एक्सप्रेस, मुंबई सीएसएमटी- हावड़ा मेल, पुणे-पटना सुपरफास्ट, दादर-वाराणसी एक्सप्रेस, पटना सुपरफास्ट, एर्नाकुलम पटना सुपरफास्ट, रीवा सुपरफास्ट जैसी ट्रेने प्रभावित रही। छह घंटे के ब्लॉक के दौरान रेलवे ने ट्रेक का मैंटेनेंस, गर्डर ठीक करने, सिग्लिंग केबिल दुरुस्त करने, ट्रेक ग्रीसिंग आदि कार्य को किया। इस दौरान प्लेटफार्म पर चल रहे निर्माण कार्यों में भी तेजी लाई गई।
Hindi News/ Jabalpur / CableStayBridge शहरी यातायात को हवाई राह देने थमीं ट्रेनें, लगाया फ्लाईओवर में पांच मीटर फ्लेटफॉर्म – देखें वीडियो