जबलपुर। तीन पत्ती चौराहा के समीप बुधवार क ी शाम एक कार सीवर लाइन के गड्ढे में समा गई। शाम 7 बजे के लगभग कार का अगला हिस्सा सीवर के गड्ढे में समा गया। कार सवार ने पिछला गेयर लगाकर निकालने की कोशिश की तो कार और समा गई। आसपास मौजूद लोगों ने मदद की तब कहीं जाकर मुश्किल से कार को निकाला जा सका। ‘पत्रिका’ ने सीवर प्रोजेक्ट से लेकर यूटिलिटी डक्ट की साइट पर नगर निगम की बेतरतीबी को लेकर अलर्ट किया था, की जिम्मेदारों की ये लापरवाही शहरवासियों पर भारी पड़ेगी। लेकिन बरसात शुरू होने के बावजूद न तो अब निर्माण साइट में रीस्टोलेशन का काम पूरा हुआ और न ही ऐसे स्थलों में ठीक ढंग से बेरीकेडिंग की गई है। यही कारण है की निर्माण साइट में एक्सीडेंट का खतरा बढ़ गया है। शहर के कई इलाकों का यही हाल- नगर निगम मुख्यालय के सामने से लेकर तीन पत्ती, घंटाघर, पुराने बस स्टैंड से मानस भवन समेत शहर के कई इलाकों का यही हाल है जहां निर्माण कार्य के लिए सडक़ गहराई तक खोद दी गई पर आज तक रीस्टोलेशन नहीं किया गया। पिछले साल भी हुए थे कई हादसे- निर्माण साइट में ठीक ढंग से बेरीके डिंग नहीं किए जाने के कारण पिछले साल भी कई हादसे हो चुके हैं। मदनमहल चौराहा के समीप सीवर के गड्ढे में पूरा ट्रक समा गया था। इसी तरह से मदनमहल से आमनपुर मार्ग में सीवर के गड्ढे में रात के दौरान दो बाइक सवार समा गए थे। राहगीरों को अहसास होने पर की सीवर के गड्ढे में कोई गिर गया है मुश्किल से उनकी जान बचाई जा सकी थी। कीचड़ होने पर बढ़ जाती है समस्या- निर्माण साइट में मिट्टी का ढेर लगा है और जरा सी बारिश होने पर आसपास कीचड़ हो जाता है। इसके कारण फिसलन होने से दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। सभी निर्माण साइट में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार बेरीके डिंग कराई जाएगी जिससे दुर्घटना का खतरा न रहे। सभी प्रोजेक्ट प्रभारी व ठेकेदारों को स्पष्ट किया है की इस मामले में लापरवाही न बरतें अन्य उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। संदीप जीआर, आयुक्त, नगर निगम