सावधान ! बेरोजगारी का मारा युवा अब ठगों के निशाने पर
जबलपुरPublished: Oct 18, 2019 08:19:32 pm
– निराशा के भंवर में फंसे कई बेरोजगार अब तक ठगों के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं।
जबलपुर। बेरोजगार युवा ठग गिरोह के आसान शिकार बन रहे हैं। दरअसल, युवाओं को हर हाल में रोजगार चाहिए। लेकिन, रोजगार के सीमित अवसर हैं। पढ़-लिख लेने के बाद युवाओं पर परिवार और रिश्तेदारों का दबाव बढ़ जाता है कि वह नौकरी करे। ठग ऐसे ही नौकरी की तलाश में भटक रहे युवाओं को फांसने का काम करते हैं। सरकारें बेरोजगारी की समस्या से निपटने में नाकाम हैं। नई भर्तियां तो दूर, रोजगार के सम्बंध में ठोस कार्य योजना तक जमीन पर नहीं उतारी जा सकी हैं। चुनावी माहौल में रोजगार को प्रमुख मुद्दा बनाकर सभी पार्टियों ने बड़े-बड़े दावे-वादे किए गए थे। यहां एक फैक्ट्री खोली जाएगी।
चुनाव के तत्काल बाद वहां उद्योग लगाकर स्थानीय बेरोजगारों को काम दिया जाएगा। लघु उद्योग की स्थापना के लिए आसान किस्तों में ऋण मिलेगा। स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे। लेकिन, ऐसे कितने ही दावे हकीकत से कोसों दूर लगते हैं। निराशा के भंवर में फंसे कई बेरोजगार अब तक ठगों के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। जबलपुर में खुद को आईएएस और कैप्टन बताने वाले ठगों को पकड़ा गया, तब सेना सहित अन्य भर्तियों के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय कई गिरोह अब भी प्रशासन की आंख में धूल झोंककर ठगी का गोरखधंधा चला रहे होंगे। प्रशासन को चाहिए कि ठग गिरोह की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। ठगों को कड़ी सजा दिलाएं। ताकि, कोई धोखाधड़ी की हिम्मत न जुटा पाए। साथ ही बेरोजगारों के लिए भी अगल से जागरुकता अभियान चलाया जाए।