पुलिस के अनुसार पूछताछ में पता चला कि वह भोपाल के मंदाकिनी सोसायटी कोलार रोड का रहने वाला है। वहां आर्केस्ट्रा में काम करता था। चार साल पहले जबलपुर शिफ्ट हो गया। यहां काम धंधा नहीं जमा, तो उसने ठगी शुरू कर दी। कुछ महीने पहले आर्मी स्टोर से वर्दी लेकर सिलवाई थी। सीबीआइ का आइकार्ड भी बनवा लिया। इसके अलावा कार एमपी 20 सीएफ 4765 में आगे-पीछे पुलिस लिखवा लिया था। इसी से घूमकर लोगों को धमकाकर पैसे वसूलता था। अब तक उसने जिले में कई लोगों से वसूली कर चुका है।
ये हुआ जब्त
पुलिस ने उसके कब्जे से पर्स में आइ कार्ड, पैन कार्ड, ड्रायविग लाइसेंस, गाडी का रजिस्ट्रेशन कार्ड, 14 सौ रुपए, होलिस्टर में रखी नकली पिस्टल, पुलिस की वर्दी, पासपोर्ट साइज के दो फोटो जब्त किए।
शनिवार रात 11.30 बजे सौरव शर्मा महानद्दा के पास दुकान लगाने वाले बड़ा पत्थर सैनी कॉलोनी निवासी अस्सू उर्फ यशवंत सोनकर के पास पहुंचा। उसने खुद को इंस्पेक्टर बताते हुए डांट लगाई कि यहां बिठाकर शराब पिलाते हो। इसके बाद उससे 20 हजार रुपए मांगने लगा। बातचीत के दौरान अस्सू को संदेह हुआ। उसने परिचय पत्र मांगा, जिसमें सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंन्वेस्टीगेशन लिखा था। जबकि, उसकी वर्दी के कंधे में मप्रपु लिखा था। इसके बाद उसने पुलिस को खबर दी।
पुलिस के सवालों पर छूट गया पसीना
गोरखपुर पुलिस ने उसे पकड़ लिया और कैडर, ट्रेनिंग, बैच और वर्तमान पोस्टिंग आदि के बारे में पूछा तो उसके पसीने छूट गए। वह किसी का उत्तर ही नहीं दे पाया। पिस्टल मांगी तो वह खिलौना निकली। इसके बाद टीम उसे गिरफ्तार कर थाने ले गई थी।