जानकारी के अनुसार केन्ट बोर्ड भंग होने के बाद सफाईकर्मियों का ठेका हुआ। इसमें एक नई कम्पनी भी शामिल हुई। पहले केन्ट बोर्ड में सफाई का काम कर रही कम्पनी को ही ठेका दे दिया गया। मामले में सीबीआई समेत अन्य को शिकायत दी गई। वह कम्पनी भी कोर्ट पहुंच गई, जिसे टेन्डर नहीं मिला था। यह पूरा खेल पूर्व सीईओ सुब्रत पॉल और केन्ट बोर्ड के पूर्व सीईओ सुब्रत पॉल और वर्ष 2007 से पदस्थ सेनेटरी इंस्पेक्टर अभय सिंह परिहार के कार्यकाल में हुआ।
इन मामलों पर भी रही नजर सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान अ धिकारियों कर्मचारियों को पेट्रोल और डीजल आवंटन और उसकी खपत समेत दैनिक वेतन भोगी और नियमित कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन, सविंदा नियु क्ति और अन्य ठेकों से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की गई।
भर्ती में भी घोटाले की आशंका सीबीआई टीम को केन्ट बोर्ड में हुई भर्तियों के मामले में भी अनियमितताओं के दस्तावेज मिले हैं। यह मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है। बोर्ड कार्यालय से मिले दस्तावेजों को भी सीबीआई की टीम ने जांचा। कई दस्तावेज सीबीआई की टीम ने जब्त कर लिए हैं।
परिहार को बाहर ले गई थी टीम जांच के दौरान सीबीआई की एक टीम दोपहर के वक्त परिहार को बोर्ड कार्यालय से लेकर बाहर निकली थी, लेकिन टीम उन्हें कहां लेकर गई, इसकी जानकारी नहीं लग पाई। वहीं कार्यालय में यह चर्चा रही कि परिहार को लेकर सीबीआई की टीम उसके घर पहुंची थी। वहां भी जांच की गई।