सीबीआई ने गढ़ा थाना पुलिस से तलब की केस डायरी
जबलपुरPublished: Sep 17, 2015 03:53:00 pm
व्यापमं मामला में 94 छात्रों द्वारा वर्ष 2007 से वर्ष 2013 के बीच मेडिकल में फर्जी तरीके से प्रवेश लेने के आरोप की जांच शुरू
जबलपुर. व्यापमं के माध्यम से नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में फर्जी तरीके से एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले 94 छात्रों पर अब केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है।
इन छात्रों के खिलाफ गढ़ा थाने में दर्ज प्रकरण से सम्बन्धित विवरण और केस डायरी सीबीआई ने मंगा ली है। मेडिकल कॉलेज से भी आवश्यक दस्तावेज ले लिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व भी कॉलेज के अधिकारियों को भोपाल तलब किया गया था। उनसे भी आवश्यक जानकारी ली गई है।
यह है मामला
मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2007 से वर्ष 2013 के बीच कुल 94 छात्रों ने फर्जी तरीके से प्रवेश लिया था। इनमें से 44 छात्रों के स्थान पर प्री मेडिकल टेस्ट में कोई और सम्मिलित हुआ था। 50 मामलों में सम्बन्धित उम्मीदवार को नकल कराई गई।
गढ़ा थाने से लिए दस्तावेज
सूत्र बताते हैं कि फर्जी प्रवेश के मामले में गढ़ा थाने में अपराध क्रमांक 516/11 और 898/2013 दर्ज किए गए थे। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ द्वारा इन प्रकरणों की संयुक्त जांच की जा रही थी। इन दोनों ही प्रकरणों को सीबीआई ने अपने अधीन ले लिया है और एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले में अधिकांश आरोपी अभी जमानत पर हैं। सीबीआई द्वारा जमानत से जुड़ी फाइलों का भी अवलोकन किया जा रहा है।
अभी तक दर्ज नहीं की एफआईआर
सीबीआई की ओर से अभी मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. डीके साकल्ले और डॉ.अरूण शर्मा की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। डॉ. साकल्ले की मौत 4 जुलाई 2014 को हुई थी। वे अपने घर पर जली हुई हालत में मिले थे। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या का केस माना था। इसके एक वर्ष बाद 5 जुलाई 2015को कॉलेज के तत्कालीन डीन डॉ. अरूण शर्मा दिल्ली के एक होटल में मृत मिले थे। डॉ. शर्मा की मौत को भी संदिग्ध माना जा रहा है।