जबलपुरPublished: Oct 16, 2022 03:35:57 pm
Lalit kostha
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का मामला, डॉ. दम्पती ने कर्मचारियों के नाम पर निकाली रकम
जबलपुर. जेल में बंद सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल की संचालक डॉ. दुहिता पाठक और उसके पति डॉ. अश्वनी पाठक ने आयुष्मान योजना के जरिए शासन से अधिक से अधिक रुपए ऐंठने के लिए कई खेल खेले। एसआइटी जांच में हाल ही में पता चला है कि डॉ. पाठक दम्पती ने अस्पताल समेत अपने अन्य कर्मचारियों और उनके परिजन के आयुष्मान कार्ड बनवाए। हितग्राहियों को कागजों में मरीज बताकर उनके नामों की फाइल आयुष्मान योजना से जुड़े अधिकारियों को भेज दिया। इन फर्जी मरीजों के नाम पर आयुष्मान योजना की राशि स्वीकृत होने के बाद अस्पताल के एकाउंट में आ गई थी। जांच में यह भी पता चला है कि इसके एवज में डॉ. पाठक दम्पती कर्मचारियों को रुपए दिए थे।