शहर में पांच डिस्पेंसरी
शहर में पांच सीजीएचएस डिस्पेंसरी हैं। इसी तरह अपर निदेशक (एडी) कार्यालय भी है। लेकिन सभी डिस्पेंसरी एवं कार्यालय किराए या किसी विभाग द्वारा प्रदान किए गए भवन में संचालित होते हैं। जगह कम होने के कारण मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। इसलिए उन्हें परेशान होना पड़ता है। अब सीजीएचएस प्रशासन ने खुद का भवन बनाने की योजना तैयार की है। बीते दिनों सेन्ट्रल गवर्नमेंट एम्प्लाइज वेलफेयर को-ऑर्डिनेशन कमेटी में इसका प्रस्ताव रखा गया। इसे स्वीकृत कर स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है।
ये है स्थिति
– शहर में अलग-अलग स्थानों पर 5 डिस्पेंसरी।
– सभी किराए या विभागों की जगहों पर।
– कार्डधारियों की संख्या ३५ हजार से ज्यादा।
– करीब 85 हजार रिटायर व सेवारत लाभार्थी।
– रोजाना 1200 से अधिक मरीजों का इलाज
– निजी एवं सरकारी अस्पतालों में भी होती है मरीजों की जांच
ये सुविधाएं मिलेंगी
– होम्योपैथी क्लीनिक
– पॉली क्लीनिक
– आयुर्वेद क्लीनिक
– मेडिकल स्टोर
– पैथोलॉजी
– एक्स-रे
कटंगा में चिह्नित की है जमीन
सीजीएचएस के एडीशनल डायरेक्टर डॉ. एजी नाशिककर ने बताया किशहर में मरीजों की संख्या की दृष्टि से सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। सर्वसुविधा युक्त सीजीएचएस डिस्पेंसरी व कार्यालय का प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है। इसके लिए कटंगा में जमीन भी चिह्नित की गई है।