ऐतिहासिक है जबलपुर सेंट्रल जेल-
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाषचंद्र बोस ने यहां 22 दिसम्बर 1931 से 16 जुलाई 1932 तक और फिर 18 फरवरी 1933 से 22 फरवरी 1933 तक निरूद्ध रहे। उनसे जुड़ी कई यादगार सामग्रियों का जेल में संग्रह कर म्यूजियम बनाया गया है। वहीं अन्य सेनानी की बात करें तो सुभद्रा कुमारी चौहान भी यहां 11 अगस्त 1942 से एक मई 1944 तक निरूद्ध रहीं। इनके नाम पर ही सेंट्रल जेल में 10 बंदियों के लिए खुली जेल का निर्माण किया गया है। यहां बंदी परिवार सहित रहकर बाहर काम-धंधा करने जाते हैं।