बनेंगे सिद्ध योग
चैत्र नवरात्रि के दौरान इस बार 6 तिथियों में सिद्ध योग भी बन रहे हैं। प्रतिपदा तिथि के साथ ही 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा, जिसे सर्वमनोकामना पूर्ण योग भी कहा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन अमृतसिद्धि योग रहेगा। इस योग को अमृत फल देने वाला माना जाता है। कष्ट निवारण करने वाला रवि योग 4, 6 और 10 अप्रैल को बन रहा है। इन दिनों में दुर्गा चालीसा पाठ करना लाभकारी रहेगा। 10 अप्रैल को रवि पुष्य योग बन रहा है। जो कि ग्रह प्रवेश, ग्रह शांति, शिक्षा, संबंधी मामलों के लिए अच्छा माना जाता है। कोई भी नया बिजनेस शुरू करने के लिए ये समय उत्तम है।
ग्रहों की स्थितियां चमकाएंगी किस्मत के तारे
चैत्र नवरात्रि पर माता रानी तो घर पर आएंगी ही, साथ में ग्रहों की स्थितियां भी ऐसी बन रही हैं जो सोई किस्मतों को जगाने का काम करेंगी। इस नवरात्रि कुंभ राशि में शुक्र और गुरु का साथ होगा। मकर राशि में मंगल और शनि साथ रहेंगे। मंगल और शनि का एक साथ होना साहस एवं पराक्रम में वृद्धि करने वाला रहता है। इनके अलावा वृश्चिक में केतू, मीन में सूर्य एवं बुध, वृष में राहु और मेष में चंद्रमा होगा। ये सभी ग्रह स्थितियां किस्मत चमकाने वाले योग बना रही हैं।