विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से चिकित्सा पाठ्यक्रम में स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं के लिए रिसर्च डिग्री को लेकर कोई विकल्प नहीं है। इसी कवायद में यूनिवर्सिटी में पीएचडी शुरू करने की पिछले साल से कवायद हो रही है। अभी तक चार बार एंट्रेंस टेस्ट के लिए तारीख तय होने के बाद परीक्षा आखिरी वक्त पर टल गई। इस वर्ष ही पहले फरवरी में परीक्षा प्रस्तावित की गई थी। फिर 20 अप्रैल की परीक्षा कराने का निर्णय किया।
खास-खास
– 02 जून, 2019 को होगी प्रवेश परीक्षा
– 15 जून तक आवेदन की अंतिम तिथि
– 13 संस्था को शोध केंद्र का दर्जा दिया
– 120 पीएचडी की सीटें अभी प्रस्तावित
– 04 संकाय (आयुर्विज्ञान, दंत, आयुर्वेद, नर्सिंग) में पीएचडी
पीएचडी गाइड बनने से पहले सम्बंधित की दक्षता की जांच की जाएगी। उसके अनुसार गाइड को पीएचडी सीट का निर्धारण होगा। उत्कृष्ट शोध कार्य हो, इसके प्रयास है। बेहतर व्यवस्था के लिए प्रवेश परीक्षा को अब जून में प्रस्तावित किया है।
डॉ. आरएस शर्मा, कुलपति, मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय