गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह आदि कार्य नहीं होंगे
इस बार चातुर्मास 5 महीने का होगा, जो आमतौर पर चार महीने का होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चातुर्मास में भगवान विष्णु पूरे चार माह के लिए योग निद्रा में होते हैं। इस साल भगवान विष्णु 5 महीने तक योगनिद्रा में रहेंगे। इस दौरान गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह, जनेऊ संस्कार आदि जैसे शुभ-मांगलिक कार्य नहीं होंगे। चातुर्मास का आरंभ 29 जून को देवशयनी एकादशी के दिन होगा। इसका समापन 23 नवंबर को होगा।
सावन में आठ सोमवार
इस बार भोलेनाथ के भक्तों को उनकी कृपा पाने व प्रसन्न करने के लिए एक नहीं बल्कि दो महीने का मौका मिलेगा। मान्यता है कि सावन के सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को और भी ज्यादा प्रिय है। इस साल सावन में 8 सोमवार पड़ने वाले हैं। इसलिए भक्तों को भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने का अधिक अवसर होगा।