मुख्य आरोपी का नहीं मिला सुराग
केंट पुलिस की एक टीम मुख्य आरोपी रीवा निवासी लालबहादुर प्रजापति की तलाश में गई, लेकिन वह फरार मिला। पुलिस उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित कराने की कवायद में जुटी है। सेना पुलिस की ओर से बीते 24 फरवरी को उप्र के आगरा निवासी प्रीतम सिंह प्रजापति (20) थाने लाया गया था। वह पिछले दिनों अमरकंटक में सेना रैली के आयोजन में शामिल हुए रीवा निवासी लाल बहादुर प्रजापति (19) के स्थान पर रि-मेडिकल जांच के लिए पहुंचा था।
केंट पुलिस की एक टीम मुख्य आरोपी रीवा निवासी लालबहादुर प्रजापति की तलाश में गई, लेकिन वह फरार मिला। पुलिस उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित कराने की कवायद में जुटी है। सेना पुलिस की ओर से बीते 24 फरवरी को उप्र के आगरा निवासी प्रीतम सिंह प्रजापति (20) थाने लाया गया था। वह पिछले दिनों अमरकंटक में सेना रैली के आयोजन में शामिल हुए रीवा निवासी लाल बहादुर प्रजापति (19) के स्थान पर रि-मेडिकल जांच के लिए पहुंचा था।
जांच में यह सामने आया
प्रकरण की छानबीन में सामने आया कि इसके लिए प्रीतम को 20 हजार रुपए दिए गए थे। आगरा से एक पूरा गिरोह सेना भर्ती के दौरान अमरकंटक पहुंचा था। वहां इस गिरोह के गुर्गों ने कई युवकों को सेना में भर्ती कराने का झांसा दिया था। पुलिस इसकी भी तस्दीक करने में जुटी है। केंट टीआई विजय तिवारी ने बताया कि आरोपी लाल बहादुर की तलाश में रीवा एक टीम भेजी गई थी।
प्रकरण की छानबीन में सामने आया कि इसके लिए प्रीतम को 20 हजार रुपए दिए गए थे। आगरा से एक पूरा गिरोह सेना भर्ती के दौरान अमरकंटक पहुंचा था। वहां इस गिरोह के गुर्गों ने कई युवकों को सेना में भर्ती कराने का झांसा दिया था। पुलिस इसकी भी तस्दीक करने में जुटी है। केंट टीआई विजय तिवारी ने बताया कि आरोपी लाल बहादुर की तलाश में रीवा एक टीम भेजी गई थी।