जबलपुरPublished: Mar 15, 2020 12:15:55 pm
santosh singh
गढ़ा थाने में दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला
Friend cheated Rs 20.25 lakh in sand business partner
जबलपुर. चेन्नई के एक टायर कारोबारी ने नामी कम्पनी से टाईअप बताकर सस्ते में टायर का स्क्रेप माल व बेल्ट सप्लाई का ऑर्डर लेकर एडवांस में चार व्यापारियों से 30 लाख रुपए से अधिक रुपए जमा करा लिए। उसने कुछ ही लाख का माल भिजवाया और बाकी रकम हड़प गया। व्यापारियों की शिकायत पर गढ़ा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।
गढ़ा पुलिस के अनुसार बेदी नगर निवासी कुलदीप चतुर्वेदी व दिलीप चतुर्वेदी, उसके दोस्त राजिक खान व मनोज चौकसे टायर रिमोलडिंग का व्यवसाय करते हैं। इसके लिए कच्चे माल की खरीदी विभिन्न जगह से करते हैं। पांच नवम्बर 2018 को कांचीपुरम (चेन्नई) निवासी वेंकट चेलम नाम का व्यक्ति शहर आया। उसने बताया कि वह टायर व बेल्ट बेचने का कारोबार करता है। उसने एक नामी कम्पनी से टाईअप होना बताया और कहा कि टायर का स्क्रेप 2463 रुपए प्रति नग और 60 रुपए प्रति किलो की दर से देगा।
चारों व्यापारियों से ऑर्डर लेकर सप्लाई नहीं की
चारों व्यापारियों ने 690 बेल्ट का ऑर्डर दिया। एडवांस में 1.40 लाख रुपए दिए। फिर 2.31 लाख, 1.49 लाख रुपए और 4.49 रुपए उसके खाते में जमा किए। आठ दिसम्बर 2018 को 4.92 लाख रुपए कीमत के 200 टायर बेल्ट स्क्रैप मिला। वेंकेट ने मोबाइल पर बात की और कहा कि अधिक पेमेंट देने पर वह ट्रक से माल भिजवा देगा। इस बार चारों ने 30 लाख से अधिक रुपए जमा करा लिए। लेकिन, उसने न मॉल भिजवाया और न पैसे वापस किए।
इधर, एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर 50 हजार निकाले
एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर एक व्यकित के खाते से किसी जालसाज ने 50 हजार रुपए निकाल लिए। जालसाज ने पांच बार में रकम निकाली। मोबाइल पर एसएमएस मिलने के बाद युवक ने एटीएम कार्ड ब्लॉक कराया। युवक की शिकायत पर गढ़ा पुलिस ने आठ महीने बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। गढ़ा पुलिस के अनुसार महानंदा नगर उज्जैन निवासी गौरव सिंह बेनल ठेकेदार हैं। जबलपुर में रहकर ठेके का काम करते हैं।
गढ़ा क्षेत्र स्थित एटीएम से निकाले थे पैसे
पांच जुलाई 2019 को उन्होंने गढ़ा क्षेत्र स्थित एटीएम से पैसे निकाले। इसके कुछ समय बाद 1.24 से 1.30 बजे के बीच में पांच बार में 10-10 हजार रुपए एटीएम के माध्यम से किसी और ने निकाल लिए। जबकि, एटीएम कार्ड गौरव के पास ही था और सारी निकासी भी जालसाज द्वारा एटीएम कार्ड के माध्यम से किया गया। 20 जुलाई 2019 को गौरव ने इसकी शिकायत की, लेकिन तब से मामला जांच के नाम पर लटका था।