scriptप्रधानमंत्री मोदी ने इनकी सिफारिश पर लिया है chief of defence staff पद का निर्णय | Chief of Defence Staff post, PM Modi announces in 15 august 2019 | Patrika News

प्रधानमंत्री मोदी ने इनकी सिफारिश पर लिया है chief of defence staff पद का निर्णय

locationजबलपुरPublished: Aug 17, 2019 02:53:12 pm

Submitted by:

Lalit kostha

शहर के लेफ्टिनेंट जनरल की सिफारिश पर बना chief of defence staff का पद
 

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Chief of Defence Staff post,

जबलपुर. प्रधानमंत्री मोदी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ chief of defence staff पद का ऐलान कर पूरे देश को चौंका दिया है। इससे न केवल तीनों सेनाओं में सामंजस्य बैठाया जा सकेगा, बल्कि युद्ध या विपरीत परिस्थितियों में तीनों सेना प्रमुखों से अलग अलग संवाद करने की आवश्यकता भी नहीं होगी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ chief of defence staff होने से न केवल सेना में सुधार होगा, बल्कि उनकी हर बात को सीधे तौर पर सुना व समझा जा सकेगा। इसके अलावा युद्ध की स्थिति में एक ही जगह से ऑपरेट या गाइड भी किया जा सकेगा। लेकिन ये बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाने के लिए मप्र में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल ने ही सिफारिश की थी। इनका जबलपुर से गहरा नाता है।

 

जबलपुर निवासी लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर ने की सिफारिश- chief of defence staff

जबलपुर निवासी लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर ने की सिफारिश- chief of defence staff

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना के तीनों अंगों में सुधार के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ chief of defence staff का सर्वोच्च पद बनाने का ऐलान किया। इसकी सिफारिश करने वाली कमेटी के अध्यक्ष जबलपुर निवासी लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर हैं। केंद्र की पूर्ववर्ती एनडीए सरकार में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना के तीनों अंगों में नए सुधार लाने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित की थी। लेफ्टिनेंट जनरल शेकटकर के अनुज जबलपुर निवासी सच्चिदानंद शेकटकर ने बताया कि इस समिति ने 188 महत्वपूर्ण सिफारिशें कीं। फिलहाल सिक्किम सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं। chief of defence staff

लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर: संक्षिप्त परिचय

0. शिक्षा–बीकॉम, एमएससी, एमफिल (डिफेंस स्टडीज), पीएचडी (डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज)
0. उल्लेखनीय कार्य– कश्मीर में एक ही वर्ष में 1200 आतंकियों का सरेंडर कराया। इंफेंट्री स्कूल एंड कॉलेज महू इंदौर में कमांडेंट रहे। करगिल युद्ध 1999 के दौरान पूरी चीन सीमा के फ्रंट के प्रभारी रहे।
0. सम्मान– विशिष्ट सेवा पदक 1981, अति विशिष्ट सेवा पदक 1987, परम विशिष्ट सेवा पदक 2002
0. संप्रति– फोरम फॉर इंटिग्रेटेड नेशनल सिक्योरिटी के अध्यक्ष

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