जबलपुरPublished: Nov 27, 2017 08:20:37 pm
deepankar roy
बिहार से जबलपुर पहुंच गया 12 साल का बच्चा, प्लेटफॉर्म पर अकेला बैठा मिला
Child Found at Jabalpur Railway Station arrived from bihar
जबलपुर। मायानगरी के मोह में एक नाबालिग बच्चा अपने घर से बिना बताए मुंबई मेल में सवार होकर आ गया। उसने आधा सफर तय किया था ट्रेन जबलपुर स्टेशन पर आकर रुकी। अचानक वह ट्रेन से नीचे उतर गया। इस बीच ट्रेन आगे के सफर रवाना हो गई और वह प्लेटफॉर्म-1 में बैठा रह गया। प्लेटफॉर्म के एक छोर पर बेंच में अकेले गुमसुम बैठे बच्चे पर जीआरपी की नजर पड़ी। संदेह होने पर जब पूछताछ की गई तो बच्चे की कहानी सामने आयी।
बिहार का रहने वाला है बच्चा
मेल में सवार होकर आया बच्चा बिहार के काली स्तंभ गांव में रहने वाला है। उसकी उम्र लगभग 12 वर्ष है। जीआरपी के अनुसार नाबालिग हावड़ा से मुंबई जा रही १२३२१ अप मेल में अकेले सवार हो गया। बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए वह जबलपुर पहुंच गया।
ऑपरेशन मुस्कान ने बचाया
जीआरपी कंट्रोल रूम प्रभारी एसआई मीना ठाकुर ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत स्टेशन पर चैकिंग की जा रही थी। इसी दौरान प्लेटफॉर्म-1 में नाबालिग को अकेले बैठा देख जीआरपी एसआई केएल पाण्डे को आशंका हुई। पूछताछ की तो पता चला कि वह बिहार का रहने वाला है और यहां पहुंच गया है।
पूछताछ में बताया घर का पता
प्लेटफॉर्म में अकेले मिले बच्चे को जीआरपी थाने ले गए। पहले तो बच्चा पुलिस को देखकर घबरा गया। लेकिन जब पुलिस कर्मियों ने उसे पुचकारा और बहला-फुसलाकर पूछा तो उसने अपना और पिता का नाम बताया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह बिहार के भागलपुर जिले के ग्राम काली स्तंभ में रहने वाला है। उसका नाम जितेंद्र और पिता का नाम सिकन्दर मंडल है।
चाइल्ड लाइन के हवाले
जीआरपी ने जितेन्द्र के परिजनों को सूचित कर दिया है। फिलहाल उसे चाइल्ड लाइन के हवाले किया गया है। परिजनों के यहां आने तक वह चाइल्ड लाइन में ही रहेगा।
दो मासूम सहित चार बच्चे और मिले
जीआरपी के ऑपरेशन में सोमवार को एक ही परिवार के ६-६ साल के दो मासूमों सहित चार बच्चों को पिपरिया स्टेशन पर घूमते पाया गया। चारों पान उमरिया कटनी के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो परिजनों के साथ किसी रिश्तेदार के यहां पिपरिया गए थे। चारों बच्चों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।