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नवजात को चुरा, रिश्तेदारों को बताया उसे बेटा हुआ

locationजबलपुरPublished: Mar 20, 2019 09:21:37 pm

Submitted by:

santosh singh

तीन बच्चों की मौत के बाद संतानहीन महिला ने चुराया था नवजात, पति सहित भेजी गयी जेलएल्गिन अस्पताल की पूर्व सफाई कर्मी ने पांच हजार रुपए में बच्चा दिलाने का किया था सौदा, तलाश जारी

संतानहीन महिला ने चुराया था

संतानहीन महिला ने चुराया था

जबलपुर. एल्गिन अस्पताल के बच्चा वार्ड से नवजात को चुराने वाली महिला ने बुधवार को कारणों का खुलासा किया। बताया कि उसके तीन बच्चे थे। बीमारी और सडक़ हादसे में एक-एक कर तीनों की मौत हो गई। कुछ समय बाद पति का भी बीमारी में निधन हो गया। उसने दूसरी शादी की, लेकिन औलाद नहीं हुई। मां बनने की चाहत में उसने एल्गिन अस्पताल में काम कर चुकी प्रभा से पांच हजार रुपए में बच्चा दिलाने की बात की। फिर उसी की सूचना पर वह मंगलवार को एल्गिन से बच्चा चुराने गयी थी। एसपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि महिला और उसके पति को आरोपी बनाया गया है। एल्गिन अस्पताल की पूर्व कर्मचारी की तलाश जारी है।

एसपी अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्त में आयी महिला मदर टेरेसा निवासी सीता यादव (52) और उसका पति छोटेलाल यादव को जेल भेज दिया गया है। महिला ने उसके साथ सीसीटीवी में दिखे सिक्योरिटी गार्ड ओंकार प्रसाद तिवारी को बच्चा चोरी के बारे में भनक नहीं लगने दी थी। बाद में जब उसे पता चला तो उसने पुलिस को इसके बारे में देर रात जानकारी देने पहुंचा था।
रिश्तेदारों को फोन कर खुद की संतान होने की सूचना दी

सीता यादव और उसके पति छोटेलाल पिछले नौ महीने से इस तरह की साजिश की तैयारी में थे। इसके लिए वे रिश्तेदारों को बता चुके थे कि सीता मां बनने वाली है। एल्गिन से बच्चा चुराकर घर पहुंचने के बाद उसने रिश्तेदारों को फोन कर खुद की संतान होने की खुशखबरी सुनायी।
दो साल पहले छोटेलाल से की थी शादी

एएसपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि सीता यादव ने छोटेलाल यादव से दूसरी शादी की थी। संतान न होने की वजह से वे किसी बच्चे को गोद लेना चाहते थे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो बच्चा चोरी की साजिश रची।
इस तरह पहुंची पुलिस

पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तहसीली चौक के पास की फुटेज में और फिर छोटी ओमती के पास के फुटेज में महिला और बाइक चला रहा गार्ड दिखा था। गार्ड को एक आरक्षक पहचान गया। गार्ड ओमप्रकाश मनमोहन पार्क में काम करता है। बाइक नम्बर भी एड्रेस ढूढऩे का जरिया बना। इसके बाद टीम सीता यादव के घर पहुंची और नवजात को बरामद कर एल्गिन के एनएसयूआई में भर्ती कराया।
ये था मामला