ग्वारीघाट थाना प्रभारी विजय परस्ते के अनुसार नर्मदा नगर में बिल्डर दिलीप द्वारा बहुमंजिला भवन का निर्माण 11 हजार केवी के नीचे कराया जा रहा है। भवन निर्माण में सुमित्रा बाई भी मजदूरी करती है। उसका 10 वर्षीय बेटा साथ में रहता है। 15 दिन पहले वह निर्माणाधीन भवन की छत पर पहुंचा। ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकली है। इसकी चपेट में आकर उसके पेट व सीने का हिस्सा झुलस गया। वह काफी देर तक छटपटाता रहा। तब से वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
ग्वारीघाट थाना प्रभारी विजय परस्ते के अनुसार नर्मदा नगर में बिल्डर दिलीप द्वारा बहुमंजिला भवन का निर्माण 11 हजार केवी के नीचे कराया जा रहा है। भवन निर्माण में सुमित्रा बाई भी मजदूरी करती है। उसका 10 वर्षीय बेटा साथ में रहता है। 15 दिन पहले वह निर्माणाधीन भवन की छत पर पहुंचा। ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकली है। इसकी चपेट में आकर उसके पेट व सीने का हिस्सा झुलस गया। वह काफी देर तक छटपटाता रहा। तब से वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।