लगातार बढ़ रही संख्या
मेडिकल और एल्गिन अस्पताल में गम्भीर हालत में भर्ती होने वाले शिशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें शहर, जिले के अलावा आसपास के अंचलों और जिलों से आने वाले गम्भीर प्रकरण भी शामिल हैं। एल्गिन अस्पताल में जिले के अलावा आसपास के जिलों से गम्भीर हालात में शिशु रेफर होकर आ रहे हैं। सम्भाग के अलावा शहडोल, उमरिया, पन्ना, सतना, सिंगरौली, दमोह से भी नवजात शिशु मेडिकल अस्पताल रेफर किए जा रहे हैं। एल्गिन अस्पताल में भी हालत ज्यादा बिगडऩे पर नवजात मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर होते हैं।
एसएनसीयू में…
30 सीटें मेडिकल कॉलेज में
50 से 60 शिशु भर्ती रहते हैं
20 सीटें एल्गिन अस्पताल में
40 तक शिशु भर्ती रहते हैं
एक बिस्तर पर दो बच्चे
मेडिकल और एल्गिन अस्पतालों में एसएनसीयू में भर्ती होने वाले शिशुओं की संख्या दोगुनी हो गई है। एसएनसीयू के सेटअप में एक बच्चे के मानक से व्यवस्थाएं और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन एक बिस्तर पर दो बच्चे होने से संसाधन सीमित हो गए हैं। एसएनसीयू में ट्रेंड स्टाफ के साथ सपोर्टिंग स्टाफ की तैनाती स्वीकृत सेटअप के अनुसार की जा रही है। दोगुने मरीज होने से शिशुओं की देखभाल प्रभावित हो रही है। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा के अनुसार एसएनसीयू के विस्तार के प्रयास किए जा रहे हैं।