scriptIndian army में चीन की घुसपैठ, सेना की इस तोप में लगाया घटिया सामान | China's infiltration into the Indian Army, cbi in action | Patrika News

Indian army में चीन की घुसपैठ, सेना की इस तोप में लगाया घटिया सामान

locationजबलपुरPublished: Jun 17, 2018 09:03:54 am

Submitted by:

deepak deewan

सीबीआई सक्रिय

India-Russia joint exercises continue

China’s infiltration into the Indian Army, cbi in action

जबलपुर. देशी धनुष तोप सेना के लिए बड़े काम की है पर इस तोप में चीन की घुसपैठ के सबूत मिले हैं। धनुष तोप में मेड इन जर्मनी बताकर चीनी बेयरिंग लगा दी गई थी। चीनी बेयरिंग सप्लाई करने के इस मामले में अब सीबीआई फिर सक्रिय हो गई है। दिल्ली सीबीआई की टीम अगले सप्ताह जीसीएफ आकर अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है। इससे फैक्ट्री में हडक़म्प की स्थिति है। हालांकि इस जांच से तोप के उत्पादन, फायरिंग या सेना को देने संबंधी कार्य प्रभावित नहीं होगा।
जीसीएफ अफसरों से सीबीआई करेगी पूछताछ
सीबीआई ने दिल्ली की कम्पनी सिद्ध सेल्स सिंडिकेट पर जुलाई २०१७ में प्राथमिकी दर्ज की थी। कम्पनी पर आरोप था कि उसने १५५ एमएम ४५ कैलीबर धनुष तोप के लिए चीन में बने कलपुर्जों की आपूति मेड इन जर्मनी बताकर की थी। सीबीआई ने कम्पनी के साथ ही जीसीएफ के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। सीबीआई की टीम जबलपुर आकर पूछताछ भी कर चुकी है। फैक्ट्री सूत्रों ने बताया, दिल्ली से सीबीआई की टीम १८ जून को जबलपुर पहुंचेगी। टीम यहां पांच दिन रहेगी। इस दौरान दस्तावेजों की जांच के साथ ही फैक्ट्री के पूर्व और वर्तमान अधिकारियों से भी पूछताछ हो सकती है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र भी भेजे गए हैं।
धनुष तोप के लिए नकली कलपुर्जों की सप्लाई का मामला

सीबीआई ने एफआइआर में कहा था कि जीसीएफ के अज्ञात अधिकारियों ने चीन में बने बायर रेस रोलर बेयरिंग को मंजूरी दी थी। दिल्ली की सिद्ध सेल्स सिंडिकेट कम्पनी ने सीआरबी-मेड-इन-जर्मनी के तौर पर इसकी आपूर्ति की थी। एफआइआर में कहा गया है कि ऐसी चार बेयरिंग के लिए निविदा जारी की गई थी। 2013 में 35.38 लाख रुपए का ऑर्डर सिद्ध सेल्स सिंडिकेट को दिया गया। 7 अगस्त 2014 को ऑर्डर बढ़ाकर छह बेयरिंग कर दिया गया। कंपनी ने सात अप्रैल 2014 और 12 अगस्त 2014 के बीच तीन बार दो-दो बेयरिंग की आपूर्ति की।

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