जबलपुर

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में मोखा के बाद परिजनों से पूछताछ, सिटी अस्पताल में रिकॉर्ड खंगाले

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में मोखा के बाद परिजनों से पूछताछ, सिटी अस्पताल में रिकॉर्ड खंगाले

जबलपुरMay 15, 2021 / 03:24 pm

Lalit kostha

vhp leader arrested

जबलपुर। सूरत से आए नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन शहर में खपाने के मामले में मुख्य आरोपी सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा के परिजन को भी एसआइटी ने तलब किया। एसआइटी के अधिकारियो ने मोखा के परिजन से घंटों पूछतछ की। एसआइटी ने शुक्रवार को अस्पताल में भी डेरा जमाया। सुबह से शुरू हुई दस्तावेजों की जांच देर शाम तक जारी रही। इस दौरान एसआइटी ने अस्पताल के कर्मचारियों से भी पूछताछ की। वहीं शुक्रवार को गुजरात से एक टीम जबलपुर पहुंची और सिटी अस्पताल के फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया का प्रोडक्शन वारंट जेल में तामील कराया।

कंप्यूटर की जांच, दस्तावेज जब्त
एसआइटी की टीम ने 23 अप्रेल के बाद से अब तक के सभी दस्तावेजों की जांच की। वहीं कंप्यूटर में भी रिकॉर्ड देखा। इस दौरान अस्पताल की मैनेजर सोनिया, अभिषेक समेत अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। जानकारी के अनुसार एसआइटी ने कुछ दस्तावेजों को भी अस्पताल से जब्त किया है। इनमें अधिकतर दस्तावेज अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के हैं। अस्पताल में आने वाले रेमडेसिविर और मरीजों को दिए जाने वाले रेमडेसिविर का भी लेखा-जोखा जब्त किया गया है।

गुजरात पुलिस ने वारंट कराया तामील
जेल में बंद सिटी अस्पताल के फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया और सरबजीत सिंह मोखा से गुजरात पुलिस पूछताछ करेगी। गुजरात पुलिस ने संकेत दिए हैं कि गुजरात के मोरबी थाना में दर्ज अपराध में भी देवेश और सरबजीत को आरोपी बनाया जाएगा। गुजरात पुलिस पहले देवेश और फिर सरबजीत को गुजरात ले जाकर पूछताछ करेगी। शुक्रवार को गुजरात की टीम ने देवेश का प्रोडक्शन वारंट जेल में तामील कराया। जिसके बाद टीम लौट गई। देवेश से पूछताछ के बाद टीम सरबजीत को गुजरात ले जाएगी।

 

आवेदन देने वालों के बयान भी दर्ज
जानकारी के अनुसार जिन-जिन लोगों ने सिटी अस्पताल और उसके डायरेक्टर सरबजीत सिंह के खिलाफ आवेदन दिए हैं, उनके बयान एसआइटी ने दर्ज करने शुरू कर दिए हैं। शुक्रवार को एसआईटी ने तीन आवेदकों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए। दिवंगत मरीजों के अस्पताल में रखे सभी दस्तावेज भी लिए।

क्षितिज के थे कई अस्पतालों में संबंध
एसआइटी को जांच में पता चला है कि विजय नगर निवासी क्षितिज राय लंबे समय से मेडिकल फील्ड से जुड़ा हुआ है। क्षितिज ने एसआइटी की पूछताछ में यह बताया था कि उसने ही मोखा और देवेश को डीमार्ट के जरिए वह मोबाइल नंबर मुहैया कराए थे, जिसके माध्यम से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मोखा के पास तक पहुंचे। मामले में एसआइटी की टीम ने प्रखर के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्ड डीटेल्स खंगालनी शुरू कर दी है।

एसटीएफ चीफ भोपाल लौटे, मैनेजर भी तलब
इधर मामले की मॉनिटरिंग के लिए पुलिस मुख्यालय भोपाल से आए एसटीएफ चीफ एडीजीपी विपिन महेश्वरी गुरुवार को भोपाल रवाना हो गए। शुक्रवार को की गई एक-एक कार्रवाई का उन्होंने फोन के माध्यम से अपडेट लिया। इधर शुक्रवार को की गई सभी कार्रवाइयों की समीक्षा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने भी की। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में एसआइटी के सभी अधिकारियों को बुलाया और उनके द्वारा की गई कार्रवाई देखी।
वर्जन

गुजरात पुलिस ने देवेश का प्रोडक्शन वारंट जेल में तामील कराया है। पुलिस ने अस्पताल से दस्तावेज सील किए हैं। जिनकी जांच की जा रही है। अस्पताल के कर्मियों समेत अन्य से पूछताछ जारी है।
– रोहित काशवानी, एसआइटी प्रभारी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.