मामला उजागर होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। दोनों पक्षों में आपसी बातचीत होने की वजह से पुलिस में केस दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप करके करीब 15 लाख रुपए वापस भी दिला दिए हैं।
यह है मामला
जबलपुर शहर के एक नामी बिल्डर के साथ यह सब हुआ है। उनका बच्चा 10वीं कक्षा में पढ़ता है। हाल ही में उन्होंने एक प्रापर्टी बेची थी, जिसके 60 लाख रुपए तिजोरी में रखे थे। जब उनकी तिजोरी में से पैसा कम नजर आए तो वो बिल्डर पुलिस के पास पहुंचा। उन्होंने चोरी का शक जाहिर किया।
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि बिल्डर के बेटे ने ही उनकी तिजोरी से पैसा निकाल लिया और अपने दोस्तों, क्लासमेट, गरीब बच्चों में बांट दिए।
– पुलिस अब उस पैसों को वसूल करने के प्रयास में जुट गई है।
– बिल्डर ने उन बच्चों की लिस्ट भी पुलिस को दे दी है, जिन्हें उनके बेटे ने पैसा दिया है।
मजदूर के बेटे को दे दिए 15 लाख रुपए
– बिल्डर के बेटे ने 60 लाख रुपए में से 46 लाख रुपए रुपए निकाले थे, जिसमें से सबसे बड़ी रकम एक मजदूर के बेटे को 15 लाख रुपए दे दिए थे। पुलिस ने उस बच्चे से 15 लाख रुपए बरामद भी कर लिए हैं। बताया जाता है कि जिन दोस्तों को उसने ज्यादा रकम दी थी, उससे किसी बच्चे ने कार भी खरीद ली है।
पुलिस ने रिकवर कराए रुपए
एसआई बीएस तोमर ने को बताया- ‘बच्चे के पिता ने उन बच्चों की लिस्ट दी है जिनको पैसे बांटे गए हैं. जिन 5 स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा पैसा मिला है, उनके माता-पिता को से बातचीत करके 5 दिन में पैसे वापस करने को कहा गया है। बच्चे नाबालिग हैं इसलिए उन पर प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है। दोनों पक्षों में आपसी समझौता भी हो गया है। पुलिस के हस्तक्षेप के कारण बच्चे के पिता को करीब 15 लाख रुपये वापस भी मिल गए हैं।